बिहार के पांच सेवानिवृत्त जजों को तोहफा, फास्ट ट्रैक न्यायालयों में किया गया पदस्थापन
पटना : बिहार सरकार ने पांच सेवानिवृत्त जजों को तोहफा दिया है. व्यवहार न्यायालयों में पुराने लंबित महिला, बालक, जरूरतमंद व्यक्तियों, वरिष्ठ नागरिकों, समाज के उपेक्षित वर्गों और भ्रष्टाचार उन्मूलन से संबंधित मुकदमों के त्वरित निष्पादन के लिए गठित फास्ट ट्रैक न्यायालयों में पीठासीन पदाधिकारी के पद पर पांच जजों का पदस्थापन किया गया है. […]
पटना : बिहार सरकार ने पांच सेवानिवृत्त जजों को तोहफा दिया है. व्यवहार न्यायालयों में पुराने लंबित महिला, बालक, जरूरतमंद व्यक्तियों, वरिष्ठ नागरिकों, समाज के उपेक्षित वर्गों और भ्रष्टाचार उन्मूलन से संबंधित मुकदमों के त्वरित निष्पादन के लिए गठित फास्ट ट्रैक न्यायालयों में पीठासीन पदाधिकारी के पद पर पांच जजों का पदस्थापन किया गया है.
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जजों का पदस्थापन जिला न्यायाधीश संवर्ग के सेवानिवृत्त विशेष कार्य पदाधिकारी / अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश एवं परिवार न्यायालय के प्रधान न्यायाधीश के रूप में किया गया है. वर्तमान में यह नियुक्ति छह माह के लिए की गयी है. इसके बाद पीठासीन पदाधिकारियों द्वारा संपादित कार्यों की समीक्षा की जायेगी.
पटना हाईकोर्ट के सेवानिवृत्त विशेष कार्य पदाधिकारी जयप्रकाश सिंह का पदस्थापन पटना, गोपालगंज के सेवानिवृत्त अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश का मधेपुरा, मुंगेर के सेवानिवृत्त अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश विभाकर दूबे का पूर्णिया, मधुबनी के सेवानिवृत्त अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश प्रभात कुमार सिन्हा का सीवान और जमुई के सेवानिवृत्त प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय के हसन नवाज का बेतिया में पदस्थापन किया गया है.
सेवानिवृत्त जजों का पदस्थापन शर्तों के साथ किया गया है. इनमें समीक्षा में पीठासीन पदाधिकारियों के कार्य संतोषजनक पाये जाने पर उनकी सेवा जरूरत होने पर बढ़ाने और पीठासीन पदाधिकारियों की नियुक्ति पटना हाईकोर्ट की अनुशंसा पर छह माह के भीतर भी समाप्त करना शामिल है.