पटना: एलपीजी सिलिंडर का बैकलॉग बढ़ने से हजारों उपभोक्ता परेशान
आठ दिन तक पहुंचा बैकलॉग पटना: एलपीजी सिलिंडर का बैकलॉग आठ दिन तक पहुंच गया है. इससे हजारों एलपीजी उभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. यह हाल कमोबेश तीनों सार्वजनिक तेल कंपनियों के उपभोक्ताओं के साथ है. लेकिन कुछ इलाके में यह बैकलॉग 10 दिन से अधिक का है. मिली जानकारी के […]
आठ दिन तक पहुंचा बैकलॉग
पटना: एलपीजी सिलिंडर का बैकलॉग आठ दिन तक पहुंच गया है. इससे हजारों एलपीजी उभोक्ताओं को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है. यह हाल कमोबेश तीनों सार्वजनिक तेल कंपनियों के उपभोक्ताओं के साथ है. लेकिन कुछ इलाके में यह बैकलॉग 10 दिन से अधिक का है.
मिली जानकारी के अनुसार पटना जिले में इंडियन ऑयल, भारत पेट्रोलियम और हिंदुस्तान पेट्रोलियम के 76 एलपीजी वितरक है, जिनके माध्यम से हर दिन लगभग 40 हजार सिलिंडर की सप्लाइ उपभोक्ताओं को की जाती है.
बैकलॉग बढ़ने के पीछे बरसात के कारण ग्रामीण इलाके में एलपीजी की मांग बढ़ना है. बरसात लंबी न खींच जाये, इसे देखते हुए ग्रामीण उपभोक्ता एलपीजी सिलिंडर का स्टॉक कर रहे हैं.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जब एलपीजी का दाम घटना होता है, तो वितरक ऑर्डर 7-8 दिन पहले बंद कर देते हैं. इसके कारण बैकलॉग बढ़ जाता है और परेशानी उपभोक्ताओं को उठानी पड़ती है. इसके अलावा भाड़ा को लेकर कंपनी और ट्रक मालिकों के बीच विवाद चल रहा है, जिसके कारण कुछ ट्रक मालिक प्लांट से सिलिंडर का उठाव नहीं कर रहे हैं. इसके कारण भी बैकलॉग पिछले कुछ दिनों से बढ़ गया है.
बरसात से ग्रामीण क्षेत्रों में एलपीजी सिलिंडर की मांग अचानक बढ़ गयी है. इसके कारण बैकलॉग बढ़ गया है. बैकलॉग कम करने के लिए संडे को भी प्लांट खोला जा रहा है. साथ ही पटना में सिलिंडर की सप्लाइ बोकारो प्लांट से की जा रही है. सामान्य होने में कम-से-कम एक सप्ताह का वक्त लगेगा.
सर्वेश कुमार सिन्हा, क्षेत्रीय प्रबंधक, इंडियन आॅयल कॉरपोरेशन
जिन ट्रांसपोर्टरों ने टेंडर नहीं भरा था, उन लोगों ने अपने ट्रक निकाल लिये हैं और नया टेंडर अभी फाइनल नहीं हुआ है, जिसके कारण ट्रक की कमी हो गयी है. इसके कारण बैकलॉग लगातार बढ़ रहा है. कंपनी को टेंडर जल्द-से-जल्द फाइनल करना चाहिए.
डॉ रामनरेश सिन्हा, महासचिव, बिहार एलपीजी वितरक संघ