कोसी, गंडक समेत अन्य नदियों का जल स्तर बढ़ा, बाढ़ व सूखा क्षेत्रों के लिए जारी होगी एडवाइजरी
पटना़ : राज्य में कोसी, गंडक, बागमती, कमला बलान, खिरोई, महानंदा, ललबेकिया और बूढ़ी गंडक नदियों के जल स्तर में बढ़ोतरी हो रही है. बाढ़ग्रस्त इलाकों में जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा मॉनीटरिंग कर रहे हैं. उन्होंने झंझारपुर के नरुआर और गोपालखा में कटाव स्थलों का निरीक्षण किया. वहीं, बुधवार की दोपहर दो बजे […]
पटना़ : राज्य में कोसी, गंडक, बागमती, कमला बलान, खिरोई, महानंदा, ललबेकिया और बूढ़ी गंडक नदियों के जल स्तर में बढ़ोतरी हो रही है. बाढ़ग्रस्त इलाकों में जल संसाधन मंत्री संजय कुमार झा मॉनीटरिंग कर रहे हैं. उन्होंने झंझारपुर के नरुआर और गोपालखा में कटाव स्थलों का निरीक्षण किया. वहीं, बुधवार की दोपहर दो बजे तक कोसी नदी में वीरपुर बराज से एक लाख 65 हजार 835 क्यूसेक और गंडक नदी में बाल्मीकिनगर बराज से 95 हजार 200 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था.
पटना : बाढ़ व सूखा क्षेत्रों के लिए जारी होगी एडवाइजरी
पटना : कृषि विभाग बाढ़ग्रस्त और सूख क्षेत्र के लिए अलग-अलग एडवाइजरी जारी करेगा. एडवाइजरी जारी करने की तैयारी विभाग ने शुरू कर दी है. एडवाइजरी को लेकर विभागीय अधिकारियों की बुधवार को बैठक हुई.
बैठक में तय हुआ कि कृषि विश्वविद्यालय और राष्ट्रीय कृषि अनुसंधान परिषद के वैज्ञानिकों से सलाह ली जायेगी़ 12 जिले बाढ़ग्रस्त हैं. धान की रोपनी में देरी हो रही है. कृषि विभाग का अनुमान है कि बाढ़ग्रस्तक्षेत्र में फसल को काफी नुकसान पहुंचेगा. जहां धान की रोपनी हो चुकी है वहां पौधा गल सकता है.
गंड़क बराज से छोड़ा गया एक लाख नौ हजार क्यूसेक
लौरिया-नरकटियागंज पथ पर आवागमन बाधित
मुजफ्फरपुर : नेपाल में मूसलधार बारिश के कारण उत्तर बिहार की नदियां एक बार फिर उफना गयी हैं. बूढ़ी गंडक, बागमती व लालबकेया सहित सभी नदियों के जल स्तर में भारी वृद्धि हुई है. इससे दर्जनों गांवों में दूसरी बार बाढ़ का पानी फैल गया है. गंड़क बराज से बुधवार को एक लाख नौ हजार क्यूसेक पानी गंड़क में छोड़ा गया है. इसके चलते बगहा के रामनगर व हरनाटांड़ के कई गांवों में बाढ़ का पानी घुस गया है. सिकटा में नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं. लौरिया-नरकटियागंज आवागमन बाधित है.
गौनाहा में नदी की धार में छह चरवाहे फंस गये थे. बाद में उन्हें बचा लिया गया. नरकटियागंज जंक्शन के ट्रैक एक व दो पर पानी जमा हो गया है. हालांकि, परिचालन जारी है. पूर्वी चंपारण में बूढ़ी गंडक में पानी आने से बंजरिया का जिला मुख्यालय से संपर्क टूट गया है. सीतामढ़ी जिले में बुधवार को बोखड़ा प्रखंड की चकौती पंचायत के कई गांव पानी में जलमग्न हो गये.