पटना: बिहार के उपमुख्यमंत्रीएवंभाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील मोदी ने ट्वीट कर राजद सुप्रीमो लालू प्रसादपरनिशानासाधा है. सुशील मोदी ने ट्वीटकरकहा है कि लालू प्रसाद जिन बेटों को अपना राजनीतिक उत्तराधिकारी बना कर पार्टी पर थोपना चाहते हैं, वे जनप्रतिनिधि, मंत्री और नेता विरोधी दल जैसे किसी भी संवैधानिक पद पर अपनी पात्रता साबित करने में विफल रहे. जिन्हें नेता विरोधी दल की जिम्मेदारी निभानी थी, वे पूरे मानसून सत्र में लगभग गायब रहे. उनके बड़े भाई वोट देने जाएं या भगवान शिव को जल चढ़ाने जाएं, उनके निजी बाउंसर लोगों पर दबंगई दिखाते हैं. लालू पुत्रों के बारे में मौन रह कर पार्टी के सीनियर नेता क्या लोकतंत्र को मजबूत कर रहे हैं?
अपने एक अन्य ट्वीट में सुशील मोदी ने कहा कि भाजपा सांसद रमा देवी पर टिप्पणी करने वाले सपा सांसद आजम खान ने भले ही सदन के कड़े रुख और निलंबन की कार्रवाई के दबाव में माफी मांग ली, लेकिन राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा पूरे मामले पर चुप रहे. यूपी में उन्नाव की दुखद घटना पर कांग्रेस तुरत मुखर हो गयी, जबकि वहां की योगी सरकार ने अपराध पर जीरो टालरेंस का पालन करते हुए सीबीआई जांच कराने की तैयारी कर ली.उन्होंने कहा कि हत्या, बलात्कार और महिलाओं पर अमर्यादित टिप्पणी जैसी बातों का सभ्य समाज हमेशा विरोध करता रहा है. मुश्किल तब होती है, जब कुछ लोग राजनीतिक नफा-नुकसान का आकलन करने के बाद पीड़ित के हमदर्द बनते हैं.