BCCI के अंडर 19 क्रिकेट टूर्नामेंट में बिहार के फिरकी गेंदबाज अपूर्व आनंद ने बनाया रिकॉर्ड
पटना : भारतीय घरेलू क्रिकेट में खेली गयी कूच बिहार ट्रॉफी और वीनू मांकड़ ट्रॉफी में बिहार के बेटे अपूर्व आनंद ने एक अनोखा रिकॉर्ड बना कर राज्य का नाम रौशन किया है. अपूर्व आनंद ने बिहार की ओर से खेलते हुए बीसीसीआइ द्वारा आयोजित अंडर 19 के दोनों टूर्नामेंट में क्रमश : 62 और […]
पटना : भारतीय घरेलू क्रिकेट में खेली गयी कूच बिहार ट्रॉफी और वीनू मांकड़ ट्रॉफी में बिहार के बेटे अपूर्व आनंद ने एक अनोखा रिकॉर्ड बना कर राज्य का नाम रौशन किया है. अपूर्व आनंद ने बिहार की ओर से खेलते हुए बीसीसीआइ द्वारा आयोजित अंडर 19 के दोनों टूर्नामेंट में क्रमश : 62 और 17 विकेट लिया, जो रिकॉर्ड है. यानी कुल 16 मैच में 79 विकेट। इससे पहले यह रिकॉर्ड संभवत: भारत के महान गेंदबाज बिशन सिंह बेदी के नाम रहा है.
वहीं, बिहार के लिए यह रिकॉर्ड मिहिर दिवाकर ने अविभाजि बिहार (1999-2000) में बनाया था. तब उन्होंने 33 विकेट लिये, लेकिन अपूर्व आनंद ने अब उन्हें पीछे छोड़ दिया है, जिसके बाद कयास लगाये जा रहे हैं कि जल्द ही अपूर्व को रणजी ट्रॉफी खेलने का मौका मिल सकता है. अपूर्व बिहार की टीम में बतौर कप्तान खेलते हैं और उन्होंने मैक्सिमम विकेट के रिकॉर्ड के साथ इस सीजन में सबसे बेहतर इकनॉमी रेट भी है.
आपको बता दें कि अपूर्व आनंद ने सात साल की उम्र में ही क्रिकेट ग्राउंड में अपनी इंट्री कर ली थी. तब वे देहरादून में थे, जहां से उन्होंने क्रिकेट की शुरुआत की. वहीं, से ट्रेनिंग ली. अपूर्व के पिता संजय कुमार सिन्हा बिजनेसमैन हैं और उनकी मां मोनिका सिन्हा फिल्म प्रोड्यूसर हैं. अपूर्व ने देहरादून के बाद अंडर- 16 झारखंड के लिए खेला. वे लेफ्ट आर्म स्पीनर हैं और न्यूजीलैंड के धाकड़ फिरकी गेंदबाज डेनिय विटोरी उनकी प्रेरणा हैं. अपूर्व की स्कूलिंग छठी कक्षा तक देहरादून के एशियन स्कूल में हुई. फिर वे दिल्ली चले आये, जहां उन्होंने सेंट लॉरेंस स्कूल में 9 कक्षा तक पढ़ाई की.
लेकिन एक क्रिकेट क्रिकेटर बनने के सपने की वजह से वे दसवीं की पढ़ाई पूरी नहीं कर पाये हैं, क्योंकि जिस वक्त स्कूलों में एग्जाम के सीजन होते हैं. उस वक्त सीजन क्रिकेट का होता है और अपूर्व आनंद मैदान में पसीना बहाते नजर आते हैं. अपूर्व आनंद इंडिया के लिए वर्ल्ड कप जीतने की ख्वाहिश रखते हैं और देश समेत अपने प्रदेश बिहार को गौरवान्वित महसूस कराना चाहते हैं. इसके लिए वे खूब मेहनत भी करते हैं, तभी उन्होंने इस सीजन में सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड अपने नाम किया.