पटना: बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने पर्यावरण संरक्षण पर जोर देते हुए गुरुवार को कहा कि पर्यावरण को हुए नुकसान की भरपायी के लिये हम सभी को मिलकर काम करना होगा और इसके लिये लोगों को प्रेरित करना होगा. उन्होंने कहा कि सरकार ने अगले दो वर्षों में राज्य का हरित आवरण बढ़ाकर 17 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा है. नीतीश कुमार ने पटना स्थित पशु विज्ञान विश्वविद्यालय परिसर में वृक्षारोपण कर राज्यस्तरीय वन महोत्सव-2019 कार्यक्रम की शुरुआत की.
इस दौरान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि जिस तरह विकास के नाम पर वृक्षों की कटाई हो रही है उससे पर्यावरण के लिये संकट पैदा हो रहा है. उन्होंने कहा कि अनियमित बारिश की वजह से पर्यावरण में बदलाव हो रहा है. मुख्यमंत्री ने कहा कि 13 जुलाई को सभी पार्टी के विधान पार्षदों एवं विधायकों की जलवायु परिवर्तन के सिलसिले में एक संयुक्त बैठक हुई थी, जिसमें इस बात पर सहमति बनी थी कि पर्यावरण संरक्षण के लिए व्यापक जन अभियान चलाना होगा. आज शुरू हुआ वन महोत्सव इसी अभियान का एक अंग है.
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम लोग जल-जीवन-हरियाली अभियान की शुरुआत कर रहे हैं. इसके लिए व्यापक कार्य योजना बनायी जा रही है.सीएम ने कहा कि जब हम लोगों को राज्य की सेवा करने का मौका मिला उस समय राज्य का हरित आवरण क्षेत्र 8 प्रतिशत भी नहीं था, आज यह 15 प्रतिशत तक पहुंच गया है. अगले दो वर्षों में इसे बढ़ाकर 17 प्रतिशत करने का लक्ष्य है. उन्होंने कहा कि वन महोत्सव के दौरान डेढ़ करोड़ पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इसके तहत सड़कों के किनारे, बांध, तालाब, पोखर के किनारे पौधे लगाने की योजना है.
नीतीश कुमार ने कहा कि सौर ऊर्जा को बढ़ावा देने के लिये सभी सरकारी भवनों के छतों पर सोलर प्लेट लगायी जा रही है. इसकी शुरुआत मुख्यमंत्री आवास से की गयी है. सभी सरकारी भवनों में रेन वॉटर हार्वेस्टिंग के लिए काम किया जा रहा है. नीतीश ने कहा कि पर्यावरण बेहतर होगा तो लोगों का जीवन बेहतर होगा. कार्यक्रम को उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने भी संबोधित किया.