पटना : सभी ऑटो रिक्शा को सीएनजी किट लगाना अनिवार्य होगा चाहे वे पेट्रोल या डीजल से चलते हों. गुरुवार को आरटीए और डीटीओ के साथ बैठक के बाद आॅटो चालक संघ के प्रतिनिधि नवीन मिश्रा ने बताया कि बैठक में सभी ऑटो यूनियनों के नेताओं ने पर्यावरण प्रदूषण को रोकने के लिए डीटीओ और आरटीओ के द्वारा लिये गये इस निर्णय में सहभागिता जतायी.
साथ ही, 2014 में ऑटो परमिट बंद होने से पहले जिन ऑटो चालकों को शहरी क्षेत्र का परमिट दिया गया था लेकिन उनका रिन्यूअल नहीं हो सका था, ऐसे परमिटधारी का रिन्यूअल करने की भी मांग उठायी.
इस पर आरटीए सहमत हो गया है. इससे हजारों ऐसे परमिटधारियों को दोबारा सड़क पर ऑटो लाने में मदद मिलेगी जो परमिट रिन्यूअल नहीं होने के कारण ऑटो को शहरी क्षेत्र से दूर रखने या नगर में अवैध तरीके से आॅटो चलाने को बाध्य थे.
सीएनजी किट लगाने के लिए कैंप लगाकर 30 हजार अनुदान दे सरकार
पटना : ऑटो मेंस यूनियन ने सीएनजी कीट लगाने के लिए सरकार से कैंप लगा कर अनुदान देने की मांग की है क्योंकि इसमें 30 हजार रुपये का खर्च आता है और बिना सरकारी अनुदान के ज्यादातर ऑटो चालकों के लिए इसकी व्यवस्था करना संभव नहीं है. यूनियन के महासचिव सुबोध कुमार ने गुरुवार को कहा कि डीजल गाड़ियों को तब तक नहीं हटाया जाये जब तक वैकल्पिक व्यवस्था न हो जाये.
साथ ही, उन्होंने मांग की कि हर चौराहे पर ऑटो रिक्शा को नि:शुल्क स्टैंड की सुविधा दी जाये. बिजली प्रसाद, रवींद्र तिवारी जैसे कई ऑटो यूनियन नेताओं ने ऑटो मेन्स यूनियन की मांग का समर्थन किया है और इसे नहीं माने जाने की स्थिति में आंदोलन की चेतावनी दी है.