पटना : सिर्फ प्रदूषण-फिटनेस सर्टिफिकेट पर नहीं चलेंगी बसें व ऑटो, होगी फिजिकल जांच
जांच को लेकर गांधी मैदान सहित कई जगहों पर लगेंगे कैंप पटना : वाहनों की जांच के दौरान के सिर्फ ऑनलाइन प्रदूषण व फिटनेस पर वाहनों को छोड़ा नहीं जायेगा. पुराने सिटी बसों, स्कूली बसों व ऑटो के लिए गांधी मैदान सहित कई जगहों पर सार्वजनिक कैंप लगा कर उनके फिटनेस व प्रदूषण की फिजिकल […]
जांच को लेकर गांधी मैदान सहित कई जगहों पर लगेंगे कैंप
पटना : वाहनों की जांच के दौरान के सिर्फ ऑनलाइन प्रदूषण व फिटनेस पर वाहनों को छोड़ा नहीं जायेगा. पुराने सिटी बसों, स्कूली बसों व ऑटो के लिए गांधी मैदान सहित कई जगहों पर सार्वजनिक कैंप लगा कर उनके फिटनेस व प्रदूषण की फिजिकल जांच की जायेगी. प्रमंडलीय आयुक्त आरएल चोंग्थू ने इसको लेकर पटना डीटीओ को निर्देश दिया है.
उन्होंने कहा कि जो वाहन प्रदूषण एवं फिटनेस जांच में उपयुक्त नहीं पाये जायेंगे, उनका परमिट तत्काल रद्द कर संबंधित वाहन मालिकों पर कार्रवाई की जायेगी. आयुक्त गुरुवार को प्रमंडलीय कार्यालय परिसर में पुराने सिटी बसों, स्कूल बसों एवं ऑटो रिक्शा जैसे व्यवसायिक वाहनों का प्रदूषण एवं फिटनेस जांच एमवीआइ से कैंप लगाकर कराने के पहले वाहनों के प्रदूषण जांच का डेमो निरीक्षण कर रहे थे.
आयुक्त ने कहा कि आरटीए सचिव व डीटीओ ने सभी ऑटो यूनियन के साथ बैठक कर उनको अपने ऑटोरिक्शा का प्रदूषण एवं फिटनेस जांच करा लेने का निर्देश दिया है. प्रदूषण एवं फिटनेस जांच में जो ऑटोरिक्शा उपयुक्त नहीं पाये जायेंगे, उनका परमिट रद्द कर परिचालन बंद किया जायेगा. डीएम कुमार रवि ने कहा कि पुराने सिटी बसों, स्कूल बसों, ऑटोरिक्श का फिटनेस एवं प्रदूषण जांच बस स्टैण्ड, ऑटो स्टैंड एवं गांधी मैदान में कैंप लगाकर कर डीटीओ की देख-रेख में एमवीआइ द्वारा की जायेगी.
हरी पट्टी में ग्रामीण, लाल पट्टी में शहरी ऑटो
आयुक्त ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में चलने वाली ऑटोरिक्शा के दोनों तरफ हरी पट्टी में ‘ ग्रामीण क्षेत्र के लिए’ अंकित रहना अनिवार्य है. साथ ही उस पर चालक का नाम, परमिट संख्या, परमिट की अवधि भी अंकित रहेगी.
शहरी क्षेत्र के लिए सभी ऑटोरिक्शा के दोनों तरफ की लाल पट्टी में ‘शहरी क्षेत्रें के लिए’ लिखा होगा. इसका अनुपालन नहीं करने पर भी ऑटोरिक्शा का परमिट रद्द हो सकता है. इस मौके पर एसएसपी गरिमा मलिक, संयुक्त आयुक्त–सह–सचिव क्षेत्रीय परिवहन प्राधिकार पटना प्रमंडल सुशील कुमार, उप निदेशक जनसंपर्क अनिल कुमार चौधरी, डीटीओ अजय ठाकुर, एमवीआइ सहित संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे.