पटना : राज्य की पैक्स में ड्रायर लगाने की गति धीमी
पटना : राज्य की पैक्स में ड्रायर लगाने की गति काफी धीमी है. पिछले वित्तीय वर्ष में 38 पैक्स व व्यापार मंडल में ड्रायर स्थापित करने के लिए 6.84 करोड़ रुपये जिलों को उपलब्ध कराये गये हैं. अभी इन पैक्स में ड्रायर की स्थापना चल ही रही है. पैक्स व व्यापार मंडल के माध्यम से […]
पटना : राज्य की पैक्स में ड्रायर लगाने की गति काफी धीमी है. पिछले वित्तीय वर्ष में 38 पैक्स व व्यापार मंडल में ड्रायर स्थापित करने के लिए 6.84 करोड़ रुपये जिलों को उपलब्ध कराये गये हैं. अभी इन पैक्स में ड्रायर की स्थापना चल ही रही है.
पैक्स व व्यापार मंडल के माध्यम से सरकार धान की खरीद करती है. धान में नमी की मात्रा अधिक रहने के कारण पैक्स धान की खरीद नहीं करते. धान में नमी की मात्रा 17 प्रतिशत रहने पर ही दान की खरीद होती है. विशेष परिस्थिति में इसे 19 फीसदी किया जाता है. समय पर धान की खरीद हो, इसके लिए पैक्स में ड्रायर लगायी जानी है. इससे धान में नमी की मात्रा को मानक के अनुसार किया जाता है.
सहकारिता विभाग ने अगले पांच सालों में 441 चावल मिलों में भी ड्रायर लगाने का लक्ष्य तय किया है. साल 2017-18 में 40 पैक्स में ड्रायर लगायी जानी थी. इसके लिए जिलों की राशि भी विभाग की ओर से उपलब्ध करा दी गयी, लेकिन इसमें 27 जगहों पर ही ड्रायर लगायी गयी है. तीसरे कृषि रोडमैप में राज्य में 260 पैक्स व व्यापार मंडल में दो टन क्षमता वाले चावल मिलों की स्थापना ड्रायर के साथ होनी है.