फर्जीवाड़ा रोकने को सीबीएसइ बदलेगा स्कूलों के कोड

पटना : फ्लाइंग स्टूडेंट्स और अन्य फर्जीवाड़ाें को रोकने के लिए सीबीएसइ ने प्रभावी गाइडलाइन जारी की है. सीबीएसइ 2020 की वार्षिक परीक्षाओं से पहले सभी स्कूलों के कोड बदल देगा. यह कोड सीबीएसइ का क्षेत्रीय कार्यालय देगा. इसी कोड के जरिये वह बोर्ड से संवाद कर सकेगा. सीबीएसइ ने इस आशय की जानकारी सभी […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 10, 2019 7:45 AM

पटना : फ्लाइंग स्टूडेंट्स और अन्य फर्जीवाड़ाें को रोकने के लिए सीबीएसइ ने प्रभावी गाइडलाइन जारी की है. सीबीएसइ 2020 की वार्षिक परीक्षाओं से पहले सभी स्कूलों के कोड बदल देगा. यह कोड सीबीएसइ का क्षेत्रीय कार्यालय देगा. इसी कोड के जरिये वह बोर्ड से संवाद कर सकेगा. सीबीएसइ ने इस आशय की जानकारी सभी संबद्ध स्कूलों को जारी कर दी है.

सूत्रों के मुताबिक सीबीएसइ ने इस कोड की तमाम विशेषताएं छिपा रखी हैं. इसी तरह सीबीएसइ ने स्कूलों को निर्देशित किया है कि सीबीएसइ को जल्द ही भेजी जाने वाली सूची में शिक्षकों के पूरे नाम दें. सांकेतिक और संक्षिप्त नाम अमान्य कर दिये जायेंगे. सूत्रों के मुताबिक देखा जा रहा था कि एक ही शिक्षक पूर्ण, संक्षिप्त एवं सांकेतिक नाम से अलग-अलग जगह
काम कर रहा होता है. कई स्कूल तमाम आधे-अधूरे डमी नामों से स्कूल संचालित कर रहे हैं.
दूसरे बोर्ड से नहीं दे सकेंगे परीक्षा : सीबीएसइ ने सभी स्कूलों से लिस्ट ऑफ केंडिडेट के पंजीयन में परीक्षार्थियों, माता-पिता / अभिभावक का पूरा नाम भरने को कहा है. सीबीएसइ ने सभी प्राइवेट स्कूलों को साफ कर दिया है कि वे अपने विद्यार्थियों को किसी दूसरे बोर्ड से परीक्षा न देने दें.
ऐसा सुनिश्चित कर लें कि वे केवल सीबीएसइ से ही परीक्षा दे सकेंगे. बोर्ड ने कहा है कि प्रत्येक संबद्ध स्कूल छात्रों की संख्या और उनकी सूची प्रस्तुत करेगा. यह विवरण कक्षा 9, 10, 11 और 12 कक्षाओं के विद्यार्थियों का होगा. सीबीएसइ इसे पूरी तरह अंतिम रिकॉर्ड मानेगा.
विशेष फैक्ट
सीबीएसइ ने परीक्षा शुल्क के अलावा कुछ अन्य शुल्क स्कूलों को देने को कहा है
सभी प्राइवेट विद्यालयों को अब 10,000 रुपये का खेल शुल्क जमा करना होगा
संबद्ध स्वतंत्र स्कूल को न्यूनतम प्रशिक्षण विकास शुल्क भी 10 हजार रुपये देना होगा

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