जीरो माइल पहाड़ी स्थित संध्या हाइट्स अपार्टमेंट का हाल, बुनियादी सुविधाओं के बगैर फ्लैट किया हैंडओवर
पटना : सिस्टमैक्स कॉलोनियर्स एंड बिल्डर्स ने वर्ष 2012 में जीरो माइल स्थित पहाड़ी के रोड नंबर-दो में जी प्लस छह तल्ले का संध्या हाइट्स अपार्टमेंट बनाना शुरू किया. आधे-अधूरे निर्माण के बीच ही बिल्डर ने नवंबर, 2017 से फ्लैट हैंडओवर करना शुरू कर दिया. लेकिन, एग्रीमेंट के अनुसार बुनियादी सुविधाएं मुहैया नहीं करायी गयी. […]
पटना : सिस्टमैक्स कॉलोनियर्स एंड बिल्डर्स ने वर्ष 2012 में जीरो माइल स्थित पहाड़ी के रोड नंबर-दो में जी प्लस छह तल्ले का संध्या हाइट्स अपार्टमेंट बनाना शुरू किया. आधे-अधूरे निर्माण के बीच ही बिल्डर ने नवंबर, 2017 से फ्लैट हैंडओवर करना शुरू कर दिया.
लेकिन, एग्रीमेंट के अनुसार बुनियादी सुविधाएं मुहैया नहीं करायी गयी. स्थिति यह है कि फ्लैट खरीदार पिछले दो वर्षों से डर के साये में रहने को मजबूर है. इसकी वजह है कि अपार्टमेंट में न समुचित लाइट की व्यवस्था है और न ही बेहतर बाउंड्री की गयी है. अपार्टमेंट के मेन गेट में फाटक नहीं है और न ही पार्किंग का फर्श दुरुस्त किया गया है.
दिखावे के जेनेरेटर, इलेक्ट्रिक पैनल भी नहीं किया दुरुस्त : फ्लैट खरीदारों ने बिल्डर का पैसा काटकर जेनेरेटर खरीदा और अपार्टमेंट परिसर में इंस्टाल किया. लेकिन, बिल्डर ने बिल्डिंग में विद्युत वायरिंग व विद्युत पैनल दुरुस्त नहीं किया.
स्थिति यह है कि ट्रांसफॉर्मर और जेनेरेटर होने के बावजूद फ्लैट में रहने वाले लोग उपयोग नहीं कर रहे हैं. आलम यह है कि बिल्डर की अनदेखी की खामियाजा फ्लैट खरीदार भुगत रहे हैं और निजी पैरवी पर विद्युत कनेक्शन लेकर बिजली उपयोग कर रहे हैं.
तीन फ्लोर अब भी हैं निर्माणाधीन
जी प्लस छह फ्लोर की बिल्डर में 24 फ्लैट है. इसमें बिल्डर के तीन और भूस्वामी के तीन फ्लोर हैं. बिल्डर के हिस्से का दूसरा, तीसरा और चौथा फ्लोर बन गया और फ्लैट खरीदार रहने भी लगे.
लेकिन, भूस्वामी के हिस्से के पहला, पांचवां और छठा फ्लोर अब तक निर्माणाधीन ही है. बिल्डर के हिस्से के फ्लैट में रहने वाले लोग अपना पैसा खर्च कर फ्लैट के आंतरिक हिस्से की पेंटिंग करायी और बाउंड्री के ऊपर ग्रिल से ऊंचा किया.
छत पर जमा होता है बारिश का पानी
अपार्टमेंट के ग्राउंड फ्लोर हो या फिर छठे फ्लोर की छत, जिसे समतल नहीं किया गया है. छत का लेवल ठीक नहीं होने की वजह से बारिश का पानी जमा होता है, जो धीरे-धीरे सूखता है. इतना ही नहीं, बिल्डर ने खानापूर्ति को लेकर पानी टंकी बनाया है, जो क्षमता के अनुरूप नहीं है. इससे टंकी के माध्यम से फ्लैटों में आने वाला पानी गंदा और बालू लिए होता है. इससे अपार्टमेंट में रहने वाले लोग काफी परेशान हैं.
क्या कहते हैं बिल्डर
रेरा के आने से पहले का प्रोजेक्ट है, तो रेरा में रजिस्ट्रेशन हो नहीं सकता था. वहीं, रेरा की वजह से रजिस्ट्री का काम रुक गया. इससे पेमेंट रुक गया. पेमेंट रुकने की वजह से अपार्टमेंट में कुछ काम रुका हुआ है. अब फ्लैट की रजिस्ट्री शुरू हो जायेगा. फ्लैट खरीदारों के साथ जो भी एग्रीमेंट किया है. उसे अगले एक-दो माह में काम शुरू कर एक-एक काम पूरा करेंगे.
रजत कुमार सिंह, बिल्डर, सिस्टेमैक्स कॉलोनियर्स एंड बिल्डर्स
अपार्टमेंट की मुख्य समस्याएं
l मेन गेट में फाटक नहीं
l गार्ड रूम का आधा-अधूरा निर्माण
l बिल्डर के विद्युत पैनल व वायरिंग दुरुस्त नहीं
l विद्युत पैनल ठीक नहीं होने से जेनेरेटर व ट्रांसफॉर्मर का उपयोग नहीं
l लाइटिंग की व्यवस्था ठीक नहीं
l अब तक नहीं लगायी गयी लिफ्ट
l नहीं की गयी है पार्किंग की समुचित व्यवस्था
l छत व ग्राउंड फ्लोर को समतल नहीं कराना
क्या कहते हैं फ्लैटधारी
बिल्डर ने 10-15 दिनों में सभी सुविधा मुहैया कराने का आश्वासन दिया. लेकिन, डेढ़ साल हो गये, कुछ नहीं किया है. स्थिति यह है कि बिना सुरक्षा के फ्लैट में रह रहे हैं.
आलोक सिंह
नवंबर, 2017 से फ्लैट में बिना मूलभूत सुविधा के रह रहे हैं. बिल्डर को फोन करने पर रिसीव नहीं करता है और कहीं रिसीव कर लिया, तो सिर्फ आश्वासन देकर फोन काट देता है.
राजकुमार चौधरी
बिल्डर को पैसा लेना था, तो हर महीने-दो महीने पर पैसा लेकर फुल पेमेंट ले दिया. रजिस्ट्री के समय जीएसटी अलग से भुगतान किया. लेकिन, बिल्डर को जो सुविधा देनी थी, नहीं दी.
अजीत कुमार