28 अंचलों में अभिलेखागार निर्माण में बाधा

पटना : आधुनिक तकनीक से तैयार किये गये जमीन संबंधी रेकॉर्ड को सुरक्षित रखने के लिए सभी अंचलों में डाटा केंद्र सह आधुनिक अभिलेखागार का निर्माण होना है. 28 अंचलों में जमीन नहीं मिलने से डाटा केंद्र सह आधुनिक अभिलेखागार के निर्माण में परेशानी है. इससे जमीन संबंधित तैयार कागजात को रखने में दिक्कत हो […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 12, 2019 5:23 AM

पटना : आधुनिक तकनीक से तैयार किये गये जमीन संबंधी रेकॉर्ड को सुरक्षित रखने के लिए सभी अंचलों में डाटा केंद्र सह आधुनिक अभिलेखागार का निर्माण होना है. 28 अंचलों में जमीन नहीं मिलने से डाटा केंद्र सह आधुनिक अभिलेखागार के निर्माण में परेशानी है.

इससे जमीन संबंधित तैयार कागजात को रखने में दिक्कत हो रही है. पटना, सहरसा, छपरा, समस्तीपुर, खगड़िया, सुपौल, गया, दरभंगा, सीतामढ़ी व बेगूसराय में जमीन की समस्या है. बिहार रैयती भूमि लीज नीति के माध्यम से जमीन उपलब्ध कराने के लिए संबंधित डीएम को कहा गया है. विभाग की अंचल स्तर पर ही अधिकार अभिलेख व मानचित्र का एकीकरण की व्यवस्था की योजना है. ताकि लोगों को जमीन के कागजात व नक्शा उपलब्ध कराया जा सके.
पटना में सबसे अधिक जमीन की समस्या
डाटा केंद्र सह आधुनिक अभिलेखागार भवनों के निर्माण में पटना जिले में सबसे अधिक जमीन की समस्या है. पटना सदर अंचल में ही जमीन समस्या को लेकर भवन निर्माण शुरू नहीं हुआ है. इसके अलावा संपतचक, बेलछी, घोसवरी, खुसरूपुर, दुल्हिन बाजार व बिहटा में भी जमीन उपलब्ध नहीं है.
सहरसा में बनमाइटहरी व सतरकटैया, छपरा में इसुआपुर, मकेर व रिविलगंज, समस्तीपुर में शिवाजीनगर, विद्यापतिनगर व मोहनपुर, खगड़िया में मानसी, सुपौल में प्रतापगंज, गया में गुरारु, मोहर व बांके बाजार, दरभंगा में गौराबराम व किरतपुर, सीतामढ़ी में परसोनी व चोरौत व बेगूसराय में वीरपुर व गढ़पुरा अंचल में जमीन नहीं मिली है.

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