टूटे जबड़े की हड्डी व फंसे दांतों को ऑपरेशन से ठीक करेंगे डॉक्टर

पटना : दुर्घटनाओं में बिगड़े चेहरे को सुंदर बनाने के लिए अब निजी अस्पतालों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे. शहर के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में जबड़े की टूटी हड्डी व दांत लगाये जाने की सुविधा बहाल कर दी गयी है. ऐसे में आइजीआइएमएस के दंत रोग विभाग में जबड़े के ऑपरेशन की सुविधा मिल […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 12, 2019 7:56 AM

पटना : दुर्घटनाओं में बिगड़े चेहरे को सुंदर बनाने के लिए अब निजी अस्पतालों के चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे. शहर के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में जबड़े की टूटी हड्डी व दांत लगाये जाने की सुविधा बहाल कर दी गयी है. ऐसे में आइजीआइएमएस के दंत रोग विभाग में जबड़े के ऑपरेशन की सुविधा मिल सकेगी. इसके लिए संस्थान में दो ओरल ऑर्थोपेडिक सर्जन ने ज्वाइन किया है, जो नये ओटी में जबड़े का ऑपरेशन करेंगे. अस्पताल प्रशासन का कहना है कि दुर्घटना में टूटे हुए जबड़े सहित चेहरे की भी सर्जरी ओरल सर्जन की ओर से की जायेगी.

यहां निजी अस्पतालों की तुलना में बहुत कम दाम में जबड़े की टूटी हड्डी की सर्जरी होगी. यह ऑपरेशन मंगलवार को किया जायेगा. डेंटल सर्जन के बहाल होने व ओटी की सुविधा मिलने के बाद आइजीआइएमएस के दंत रोग विभाग में ही ऑपरेशन हो जायेगा. आइजीआइएमएस के डायरेक्टर डॉ एनआर विश्वास ने बताया कि दंत रोग विभाग में मरीजों को किसी भी तरह की कोई भी परेशानी नहीं होने दी जायेगी.
यहां दांत के कई सर्जरी शुरू कर दिये गये हैं. अस्पताल में जबड़े की टूटी हड्डी का ऑपरेशन, जबड़े या मुंह की हड्डी में रसौली का ऑपरेशन, हड्डी के अंदर फंसे दांतो को ऑपरेशन, मुंह या फिर गले के कैंसर जैसी बीमारी की जांच की जाती है. सभी आइसीयू में वेंटिलेटर की सुविधा भी मुहैया करायी जायेगी. जबकि, बाहर ऐसा ऑपरेशन कराने में 30 से 80 हजार रुपये लगते हैं.
अब यह भी होगा इलाज
– कान के पास जबड़े के जोड़ में दर्द का होना या जबड़े का हिल जाना
– जबड़े में छोटी या बड़ी चोट का लगना
– दांतों का सही तरह से न मिलना
– चबाने, खाना खाने, मुंह खोलने या बंद करने में परेशानी होना

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