पटना के अपराधी कर रहे नेपाल के सिम का इस्तेमाल, मांग रहे हैं रंगदारी, पुलिस परेशान
पटना : पटना पुलिस तकनीक में ज्यादा नहीं बढ़ पायी, लेकिन अपराधी ने अपराध करने के नये-नये तरीके इजाद कर लिये हैं. अपराधी अब नेपाल के इंटरनेशनल सिम व वॉयस ओभर इंटरनेट प्रोटोकॉल (वीओआईपी) की मदद से लोगों से रंगदारी मांग रहे है. इस बात की जानकारी समय-समय पर पटना पुलिस को हो रही है. […]
पटना : पटना पुलिस तकनीक में ज्यादा नहीं बढ़ पायी, लेकिन अपराधी ने अपराध करने के नये-नये तरीके इजाद कर लिये हैं. अपराधी अब नेपाल के इंटरनेशनल सिम व वॉयस ओभर इंटरनेट प्रोटोकॉल (वीओआईपी) की मदद से लोगों से रंगदारी मांग रहे है. इस बात की जानकारी समय-समय पर पटना पुलिस को हो रही है. इसके साथ ही इस तरीके का उपयोग अब देश के तमाम राज्यों के अपराधी कर रहे हैं.
इसका सीधा फायदा अपराधियों को मिल रहा है क्योंकि उन्हें पकड़ना काफी मुश्किल काम है. अपराधियों द्वारा रंगदारी के जो कॉल किये जा रहे है वे यूके, कनाडा, रोमानिया, दुबई, नेपाल के होने की बात जांच में आती है. ऐसे कई मामले है जिसमें पुलिस रंगदारी के मामले में विदेशों से कॉल आने की जानकारी मिली. हालांकि ये सभी कॉल देश के अंदर से ही किये गये.
नेपाल से जुगाड़ कर ले रहे इंटरनेशनल सिम
सूत्रों के अनुसार इसमें पुलिस को यह जानकारी भी मिली है कि नेपाल से इंटरनेशनल सीम का जुगाड़ कर ये लोग वाट्सअप बना कर उससे घटना को अंजाम दे गूगल से एप्लीकेशन डाउन लोड कर ले लेते है इंटरनेशनल नंबर: सूत्रों के अनुसार अपराधी गूगल की मदद से कुछ ऐसे एप्लीकेशन डाउन लोड करते है और उसकी मदद से दूसरे देश का नंबर लेते है. इन एप्लीकेशन की मदद से मोबाइल नंबर खरीदने का एक नंबर का 3000 रुपये तक आता है. वहीं कुछ ऐसे एप्लीकेशन भी है, जिससे फ्री में मोबाइल नंबर मिल जाता है.
इसके लिए फर्जी नाम व मोबाइल नंबर पर ईमेल एकाउंट बनाया जाता है और फिर उक्त अकाउंट व पासवर्ड की जानकारी केवल अपराधी को होती है. वह उस एकाउंट पर ही उक्त मोबाइल नंबरों को मंगवाता है और फिर उसकी मदद से इंटरनेट कॉलिंग कर भी धमकी दी जाती है. इस नंबर से वाट्सअप भी बना लेते है और फिर वाट्सअप कॉलिंग कर धमकी देते है.
पिछले दिनों के कुछ मामले
पटना पुलिस ने बख्तियारपुर में कपड़ा व्यवसायी से रंगदारी मांगे जाने के मामले का खुलासा किया. इसमें भी जिस नंबर से कॉल किया जा रहा था वह जांच में यूके व रोमानिया का बता रहा था. हालांकि इस मामले में पुलिस ने यूके व रोमानिया की पुलिस से संपर्क किया और जिस इंटरनेट से कॉल किया गया था उसके आईपी एड्रेस को वहां भेजा गया.
इसके बाद यह जानकारी मिली कि उक्त रंगदारी भरा कॉल गुजरात के सूरत से कपड़ा व्यवसायी का भांजा विजय साव कर रहा था और इसके बाद उसकी गिरफ्तारी कर ली गयी.
बिहटा में बालू व्यवसायियों, दुकानदारों से अपराधियों ने रंगदारी मांगी गयी थी. खास बात यह है कि पुलिस की जांच में यह बात सामने आयी कि अमेरिका, कनाडा व दुबई के मोबाइल नंबर से बने वाट्सअप से रंगदारी मांगी गयी और धमकी दी गयी. रंगदारी मांगने वाले ने अपना नाम मनोज सिंह बताया. यह बिहटा का कुख्यात अपराधी है.
पटना शहर के बड़े न्यूरोलॉजिस्ट एस एम रोहतगी से अपराधियों द्वारा फोन कर चार करोड़ की रंगदारी मांगी गयी थी. जिस नंबर से रंगदारी मांगी गयी थी वह नेपाल की थी और धर्मेंद्र नाम के व्यक्ति के नाम पर पंजीकृत थी.
इस मामले में पटना पुलिस की टीम जांच करने के लिए नेपाल भी गयी थी. लेकिन इसमें किसी अपराधी की गिरफ्तारी नहीं हो पायी है. रंगदारी भरा कॉल जिस नंबर से आया था वह 14 अंकों का था और जांच में यह जानकारी मिली कि वह नेपाल का है.
कुख्यात मुनचुन भी नेपाल के इंटरनेशनल सिम कार्ड का इस्तेमाल करता था और उसी के माध्यम से रंगदारी मांगता था. जिसके कारण पुलिस उसे नहीं पकड़ पाती थी. हालांकि पुलिस ने उसे रूपसपुर इलाके में मुठभेड़ में मार गिराया था.