पटना : शहर में बेहतर ट्रैफिक व्यवस्था, सड़कों को अतिक्रमण से स्थायी मुक्ति से लेकर जलजमाव की समस्या को दूर करने के लिए हाइकोर्ट के दिये गये निर्देश के लगभग 15 दिन बीत चुके हैं. कोर्ट की फटकार पर सरकार के आला अफसरों को एक माह के भीतर कार्रवाई कर रिपोर्ट देनी है. इसमें कई तरह के प्लान बनाकर उनको जमीन पर उतारना है. फिर 31 अगस्त को हाइकोर्ट दोबारा काम की प्रगति रिपोर्ट पर समीक्षा करेगी. मगर, सवाल है कि 15 दिन बीतने के बाद कितनी कार्रवाई हुई.
सड़क जाम और ट्रैफिक व्यवस्था
शहर को ट्रैफिक जाम दूर करने के लिए हाइकोर्ट के निर्देश के बाद अब तक कुछ फौरीकार्रवाई छोड़ कर कुछ भी नहीं किया गया है. ट्रैफिक पुलिस की ओर से कुछ मुख्य मार्ग के सड़क कटों को बंद किये हैं लेकिन, मुख्य सड़कों से लेकर अन्य महत्वपूर्ण सड़कों पर वर्तमान व भविष्य में होने वाले ट्रैफिक लोड को लेकर अभी योजना नहीं बनी है. योजना है कि ट्रैफिक पुलिस कुछ महत्वपूर्ण मार्गों को वन-वे करें, ताकी वाहन लोड कर हो और जाम की समस्या नहीं रहे. इस पर भी काम नहीं हुआ.
कोर्ट के निर्देश
प्रत्येक रविवार को सड़क पर कार बाजार लगता है. क्या यह अतिक्रमण नहीं है. किस कानून के तहत कार बाजार लगता है?
कार्रवाई : अभी तक कार बाजार को लेकर कोई विशेष कार्रवाई नहीं की गयी. एसकेपुरी मार्ग से लेकर बेली रोड पर आम दिनों में भी कार बाजार लगता है.
शहर के भीतर व्यस्त सड़क पर बस के परिचालन पर प्रतिबंध है, लेकिन नगर सेवा की बसें चलती हैं. ऐसी सड़कों छोटी गाड़ियों का परिचालन क्यों नहीं किया जाता?
कार्रवाई : अभी तक बस परिचालन को लेकर कोई स्थिति स्पष्ट नहीं है. व्यस्त सड़क मसलन अशोक राजपथ, बोरिंग रोड में भी बसों का परिचालन हो रहा है. इ-रिक्शा के परिचालन को लेकर भी कुछ स्पष्ट गाइडलाइन व निर्देशों को जमीन पर उतारने के लिए कुछ नहीं किया जा रहा है.
ट्रैफिक सिग्नल में टाइमिंग सेट करने की जरूरत.
कार्रवाई: अभी ट्रैफिक सिग्नल को लेकर कभी डाकबंगला से लेकर अन्य जगहों पर हटाने की बात कही जा रही है. फिलहाल टाइमिंग सेट करने की कार्रवाई नहीं की गयी है.बच्चों को स्कूल छोड़ने गाड़ी से जाते हैं और सड़क पर ही गाड़ी लगा देते हैं. इससे परेशानी होती है कि नहीं.
कार्रवाई: अभी तक स्कूलों के पास ट्रैफिक पुलिस ने इसकी रोकथाम के लिए अभियान नहीं चलाया है.
सड़कों पर स्थायी अतिक्रमण
सड़कों पर स्थायी अतिक्रमण हटाने के लिए प्रमंडलीय आयुक्त स्तर पर योजना बनी है. इसमें 17 से लेकर 31 अगस्त तक अतिक्रमण हटाने के लिए मेगा अभियान चलाया जायेगा. लेकिन उससे से पहले अतिक्रमण को चिह्नित कर नापी कराने के लिए पथ निर्माण के कार्यपालक अभियंता व नगर निगम को निर्देश दिया गया है.
इसके बाद माइक के माध्यम से स्वयं अतिक्रमण हटाने पर को कहा गया था, मगर अभी तक अतिक्रमण चिह्नित करने व माइक से प्रचार करने का काम नहीं किया जा रहा है. हालांकि, नगर निगम जिला प्रशासन के सहयोग से कुछ-कुछ इलाकों को चिह्नित कर थोड़ी बहुत नियमित कार्रवाई कर रहा है.
कोर्ट के निर्देश
अतिक्रमण हटाने के बाद दोबारा वहीं नजारा क्यों दिखता है.
कार्रवाई: योजना है कि शहर के विभिन्न जगहों पर 150 वेंडिंग शेल्टर में 21 से 25 अगस्त तक
लाइसेंसी दुकानदारों को शिफ्ट किया जाये. लेकिन, सबसे बड़ी समस्या जीपीओ गोलंबर से स्टेशन गोलंबर की स्थिति नहीं सुधरी है.
जल निकासी की व्यवस्था
कोर्ट के निर्देश : जरूरत पड़ी तो स्मार्ट सिटी परियोजना की करेंगे समीक्षा
कार्रवाई : अभी एक बार प्रमंडलीय आयुक्त ने स्मार्ट सिटी योजना की समीक्षा की थी. बावजूद इसके
मंदिरी नाला निर्माण, वीरचंद पटेल पथ को मॉडल सड़क बनाने की योजना, एबीडी एरिया में स्मार्ट रोड नेटवर्क, सभी वार्डों में वन स्टॉप सेंटर व एसएसपी कार्यालय के पास बन रहे कंट्रोल एंड कमांड सेंटर के काम में तेजी नहीं आयी है.
सीवरेज और ड्रेनेज सिस्टम का काम काफी सुस्त है. इसको तय समय में पूरा किया
कार्रवाई : बेऊर व करमलीचक सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट का काम
लगभग पूरा हो चुका है. लेकिन बेऊर, करमलीचक, संपतचक, पहाड़ी से लेकर अन्य जगहों पर बन रहे सीवरेज नेटवर्क का काम काफी सुस्त है. बीच शहर में सड़क को खोद कर नाले का निर्माण किया जा रहा है. काम पूरा होने के बाद दोबारा सड़क निर्माण में काफी देरी होती है. इससे भी लोगों को परेशानी है.
नगर निगमके काम पर भी रहेगी निगाह.
कार्रवाई: कोर्ट के ऐसे कॉमेंट के बाद भी नगर निगम के काम में बहुत तेजी नहीं आयी है.
ट्रैफिक : कुछ ही काम हुए पूरे, ज्यादातर रहे अधूरे
हुआ
- पुनाइचक क्रॉसिंग बंद कर दिया गया
- विकास भवन के सामने और सूचना भवन के पास यू टर्न बनाया गया
- बिहार म्यूजियम के सामने यू टर्न बना
- बोरिंग कैनाल रोड में कट बंद किया गया
- कर्पूरी और बीपी मंडल गोलंबर छोटा किया गया
- सचिवालय पानी टंकी के पास सड़क का मुहाना चौड़ा किया जा रहा है
होना है
- 10 गोलंबर और छोटे होने हैं
- 12 जगहों पर जंक्शन को चौड़ा किया जाना है
- तीन सड़कों का कट बंद किया जाना है
- तीन जगहों पर ट्रैफिक लाइट हटाना है
- पांच जगहाें (जेब्रा क्रॉसिंग) पर पैडेस्ट्रियन लाइट लगाना है.
- हड़ताली चौराहा पर क्रॉसिंग बंद होना है
अन्य बनी योजनाएं जिन पर अभी काम नहीं हुआ
वाहनों के प्रदूषण की नियमित जांच करने, निगम का पालन नहीं करने वाले ऑटो, पुराने बसों से लेकर अन्य वाहनों के प्रदूषण को रद्द करने की कार्रवाई की जायेगी. लेकिन, अभी केवल 29 बसों के परमिट रद्द करने के अलावा दोबारा अभियान नहीं चला है. n सभी ऑटों पर ग्रामीण व शहरी क्षेत्रों के परमिट व वाहन चालक व परमिट संख्या लिखना था. n 91 जगहों पर नो पार्किंग जोन के बोर्ड लगाने व 74 जगहों पर पार्किंग जोन का बोर्ड लगाना था.