पटना : रक्षाबंधन का त्योहार पूरे देश में गुरुवार को धूमधाम से मनाया गया. इस दिन बहनों ने भाईयों की कलाई में रक्षा सूत्र बांधा. लेकिन इस बार बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री और राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव के सालों की कलाई सूनी रह गयी. दरअसल, सूबे की पूर्व मुख्यमंत्री और लालू की पत्नी राबड़ी देवी और उनके दोनों भाइयों के बीच वर्षो से जारी खटास आजतक खत्म नहीं हुई है.
यह दूरी रक्षाबंधन के दिन भी नजर आयी. राबड़ी देवी ने अपने सगे भाई साधु यादव और सुभाष यादव की कलाई में इस बार भी राखी नहीं बांधा, बल्कि उन्होंने अपने मुंहबोले भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधा. राबड़ी देवी और उनके मुंह बोले भाई की तस्वीर सामने आयी है जिसमें वह इस मुंहबोले भाई की ललाट पर तिलक लगाते और और मिठाई खिलाते नजर आ रही है.
राबड़ी देवी ने पूरे विधि-विधान से अपने इस मुंहबोले भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र बांधा. भाई ने भी अपने कर्तव्य को निभाया और अपनी बहन को खास उपहार दिया. सगे भाइयों को छोड़ राबड़ी देवी के अपने मुंहबोले भाई को राखी बांधने की चर्चा चारों ओर हो रही है.
आप भी जानें कौन है राबड़ी देवी का मुंहबोला भाई
बिहार की पूर्व मुख्यमंत्री राबड़ी देवी के मुंहबोला भाई की बात करें तो वे कोई सामान्य शख्स नहीं है. इनका नाम सुनील सिंह है जो बिस्कोमान के चेयरमैन के पद पर आसीन हैं. वे लालू यादव के बेहद करीबी बताये जाते हैं. जब बिहार में लालू-राबड़ी का शासन चलता था तो सुनील सिंह का राजनीतिक रसूख साधु-सुभाष के बराबर ही था. हालांकि नीतीश सरकार में भी इनका राजनीतिक रसूख कम नहीं हुआ है.