एके-47 व ग्रेनेड बरामदगी मामला : अनंत सिंह के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी
पटना : फरार चल रहे मोकामा के विधायक अनंत सिंह के खिलाफ राज्य पुलिस ने मंगलवार को लुकऑउट नोटिस जारी कर दिया. पुलिस मुख्यालय के सीआइडी विंग ने इससे संबंधित प्रस्ताव तैयार कर सोमवार को ही केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेज दिया था. इस मामले में अनुमति मिलने के बाद अब देश के सभी एयरपोर्ट, […]
पटना : फरार चल रहे मोकामा के विधायक अनंत सिंह के खिलाफ राज्य पुलिस ने मंगलवार को लुकऑउट नोटिस जारी कर दिया. पुलिस मुख्यालय के सीआइडी विंग ने इससे संबंधित प्रस्ताव तैयार कर सोमवार को ही केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेज दिया था. इस मामले में अनुमति मिलने के बाद अब देश के सभी एयरपोर्ट, रेलवे स्टेशन और बंदरगाहों पर अनंत सिंह को लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है. सभी एयरपोर्टाें पर खासतौर से चौकसी बरतने के लिए कहा गया है.
हालांकि, प्राप्त सूचना के अनुसार अनंत सिंह के पास पासपोर्ट नहीं होने के कारण विमान से उनके विदेश भागने की आशंका नहीं है. लेकिन देश के अंदर ही एक राज्य से दूसरे राज्य भागने के लिए विमान का उपयोग नहीं करे, इसको लेकर खासतौर से ऐहतियात बरता जा रहा है.
इस नोटिस के जारी होने के बाद इसकी सूचना सभी केंद्रीय जांच और खुफिया एजेंसियों को भी दे दी गयी है, ताकि उनके स्तर से भी कोई सूचना मिल सके. पुलिस को लगातार चकमा देकर फरार चल रहे विधायक अनंत सिंह को पुलिस के मूवमेंट की सूचना पहले ही मिल रही है.
महकमे के अंदर से उन तक इसकी सूचना लीक होकर पहुंच रही है. इस वजह से वह पुलिस की गिरफ्त में आने से लगातार बचकर भागने में सफल हो रहे हैं. विभागीय सूत्रों के अनुसार, अनंत सिंह को भागने में उनके कुछ साथी विधायक भी अलग-अलग स्तर से खासा मदद कर रहे हैं. इससे जुड़े कुछ इनपुट भी पुलिस को मिले हैं, जिनकी जांच चल रही है.
दिन के 11 बजे ही हुए फरार, पुलिस पहुंची देर शाम
फरार विधायक को लीक होकर सूचना मिलने का सिलसिला पहले दिन से ही लगातार जारी है. सबसे पहले जब पुलिस पटना स्थित उनके सरकारी आवास पर शाम को छापेमारी करने पहुंची, तो वह सुबह करीब 11 बजे ही फरार हो चुके थे. यहां से भागकर वह नोएडा पहुंचे, लेकिन पुलिस वहां छापेमारी शुरू करती, इससे पहले वह निकल गये. इसी दौरान उनके मोबाइल लोकेशन के आधार पर झारखंड में छापेमारी हुई, लेकिन यहां भी पुलिस की सूचना गलत साबित हुई.
वह इस छापेमारी के बाद झारखंड पहुंचे. इसके बाद वहां से भी निकल गये. सीमावर्ती जिले में पुलिस को उनका अंतिम लोकेशन ट्रेस हुआ. इस तरह उन्हें पुलिस के मूवमेंट की लगातार सूचना मिल रही है.
बाढ़ कोर्ट ने अनंत सिंह के खिलाफ जारी किया गिरफ्तारी वारंट
बाढ़ : एके- 47 व हैंड ग्रेनेड बरामदगी के मामले में बाढ़ के अपर मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी कुमार माधवेंद्र ने मंगलवार को विधायक अनंत सिंह के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया.
वहीं पंडारक के दो लोगों की हत्या की साजिश करने के मामले में एसीजेएम ने फरार चल रहे विधायक के करीबी लल्लू मुखिया और उसके भाई रणवीर यादव की संपत्ति कुर्क करने का आदेश दिया है. 16 अगस्त को विधायक अनंत सिंह के नदावां स्थित पैतृक घर में छापेमारी के दौरान एके-47 और दो हैंड ग्रेनेड बरामद किये गये थे. इस मामले में सोमवार को तकनीकी कारणों से पुलिस को कोर्ट से अनंत सिंह के खिलाफ गिरफ्तारी का वारंट नहीं मिल सका था.
मंगलवार को अनुसंधान अधिकारी ने तकनीकी कमियों को दूर कर एक बार फिर अर्जी दी, जिस पर कोर्ट ने गिरफ्तारी का वारंट जारी कर दिया. वहीं दूसरी तरफ पंडारक के भोला सिंह और उसके भाई मुकेश सिंह की हत्या की साजिश रचने को लेकर दर्ज मुकदमे में थानाध्यक्ष रमन प्रकाश वशिष्ठ ने मंगलवार को कोर्ट में अर्जी दी, जिसके आधार पर एसीजेएम कुमार माधवेंद्र ने लल्लू मुखिया और उसके भाई रणवीर यादव की संपत्ति कुर्क करने का आदेश दिया. पुलिस ने बाढ़ थाने के गुलाबबाग गांव स्थित लल्लू मुखिया के घर को कुर्क करने के लिए तैयारी शुरू कर दी है.
लाइसेंसी राइफल और कारतूसों की जांच
लल्लू मुखिया के करीबी रविंदर यादव के घर से बरामद लाइसेंसी राइफल और कारतूसों के मामले में पुलिस ने जांच पूरी कर ली है. हथियार विधिसम्मत पाया गया है.
अग्रिम जमानत याचिका खारिज
पंडारक के दो लोगों के खिलाफ हत्या की साजिश रचने के मामले में विधायक अनंत सिंह की अग्रिम जमानत याचिका को बाढ़ के अपर जिला एवं सत्र न्यायाधीश चतुर्थ शैलेंद्र कुमार पांडा ने खारिज कर दिया है.
न्यायाधीश ने इसे गंभीर प्रकृति का अपराध बताया है. प्रभारी अपर लोक अभियोजक शमिउर रहमान ने बताया कि इसी मामले में विधायक के करीबी लल्लू मुखिया तथा रणवीर यादव की अग्रिम जमानत को भी कोर्ट ने खारिज कर दिया है. आरोपितों को अब अग्रिम जमानत के लिए हाइकोर्ट जाना पड़ सकता है.
कोर्ट में दूसरे दिन भी रही निगरानी
बाढ़ कोर्ट में लल्लू मुखिया और विधायक अनंत सिंह के समर्पण की संभावना को लेकर पुलिस ने दूसरे दिन भी कड़ी नजर रखी. कई इंस्पेक्टर और दारोगाओं को कोर्ट के हर गेट के पास तैनात किया गया था, लेकिन आरोपित कोर्ट परिसर नहीं पहुंचे. पुलिस लगातार परिजनों पर छापेमारी कर दबाव बनाने में जुटी हुई है.