11 टीम, 200 पुलिसकर्मी, फिर भी गिरफ्त से बाहर अनंत सिंह

आनंद तिवारी पटना : 17 अगस्त को अपने सरकारी आवास से रहस्यमय ढंग से गायब हुए मोकामा के बाहुबली विधायक अनंत सिंह को पटना पुलिस नहीं खोज पाई. इतना ही नहीं विधायक की गिरफ्तारी के लिए गठित एसआइटी सहित 11 स्पेशल टीम में शामिल करीब 200 पुलिस के अधिकारी व जवानों ने अपने हाथ खड़े […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 22, 2019 5:36 AM
आनंद तिवारी
पटना : 17 अगस्त को अपने सरकारी आवास से रहस्यमय ढंग से गायब हुए मोकामा के बाहुबली विधायक अनंत सिंह को पटना पुलिस नहीं खोज पाई.
इतना ही नहीं विधायक की गिरफ्तारी के लिए गठित एसआइटी सहित 11 स्पेशल टीम में शामिल करीब 200 पुलिस के अधिकारी व जवानों ने अपने हाथ खड़े कर दिये हैं. पटना पुलिस सिर्फ कार्रवाई करने की बात कह विधायक के छोटे गुर्गों को पकड़ कर ही पीठ थपथपा रही है. विधायक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं.
इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस का सहारा : एसआइटी को चकमा देकर फरार चल रहे विधायक को पकड़ने के लिए पुलिस अधिकारियों ने इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस का सहारा लिया है.
सर्विलांस से बिहार सहित अन्य राज्यों के पुलिस को जोड़ कर मदद ली जा रही है. पुलिस अधिकारियों की माने तो इस सर्विलांस से खासकर इलेक्ट्रॉनिक जगह जैसे मॉल, एयरपोर्ट आदि जगहों पर मोबाइल, लैपटॉप, वाट्सअप नंबर आदि इस्तेमाल करने के बाद पुलिस को सर्विलांस पर तुरंत जानकारी मिल जाती है. इसके अलावा पुलिस की कार्यशैली के बारे में भी स्पेशल टीम को पता चलता रहा है. इस तकनीक के बावजूद भी विधायक का कोई सुराग नहीं है.
पुलिस पर खड़े हुए सवाल
अनंत सिंह को पकड़ने के लिए एएसपी बाढ़ लिपि सिंह के नेतृत्व में छह थानों की पुलिस को लगाया गया है. सूत्रों की मानें तो जिन थानेदारों को यह जिम्मेदारी सौंपी गयी है उनमें बाढ़ के थानेदार संजीत कुमार समेत बख्तियारपुर, मोकामा, पंडारक, हथिदह और एनटीपीसी के थानेदार शामिल हैं. ग्रामीण एसपी कांतेश मिश्र पूरी टीम का नेतृत्व कर रहे हैं. बावजूद इन सब पर अकेले अनंत सिंह भारी पड़ गये हैं. सात दिनों से छह थानों की पुलिस भी अकेले बाहुबली को पकड़ नहीं पा रही है. ऐसे में पुलिस के कार्रवाई पर सवाल खड़े हो गये हैं.
वीडियो बना ठिकाना बदल रहे विधायक
पुलिस अधिकारियों की माने तो अनंत सिंह की ओर से जारी किये गये अब तक के वीडियो की जांच की गयी. सभी वीडियो अलग-अलग जगह बनाये गये हैं.
जांच कर रही स्पेशल टीम को जानकारी मिली है कि विधायक कुछ ही समय में अपना ठिकाना बदल ले रहे हैं और एसआइटी को चमका देने में कामयाब हो रहे हैं. पुलिस के लिए विधायक को पकड़ने के लिए हर जुगाड़ फेल साबित हो गया है. सूत्रों की मानें, तो विधायक ,कोई सबूत नहीं छोड़ रहे, नतीजा सुराग नहीं मिल पा रहा है.
आवास पर लगाये गये दो दर्जन पुलिसकर्मी
गौरतलब है कि एके 47 राइफल व ग्रेनेड बम रखने के मामले में शनिवार की रात करीब एक बजे ग्रामीण एसपी कांतेश कुमार मिश्रा के नेतृत्व में बाढ़ एएसपी लिपि सिंह, पटना सेंट्रल एसपी विनय तिवारी सहित 10 थानों की पुलिस विधायक के पटना स्थित सरकारी आवास एक मॉल रोड में छापेमारी करने पहुंची थी.
तीन घंटे तक पुलिस ने विधायक के आवास के सभी कमरे और परिसर को खंगाल डाला लेकिन वे वहां नहीं मिले. तब से लेकर अब तक विधायक पुलिस के नजरों से फरार चल रहे हैं.

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