MLA अनंत का आतंक : सारी कार्रवाई लोगों ने देखी, लेकिन साक्षी बनने को कोई नहीं तैयार, कांस्टेबल बने छापे के गवाह
पटना : मोकामा विधायक अनंत सिंह का बाढ़ में कितना आतंक है, इसका अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि जब पुलिस टीम उनके पैतृक गांव नदावां में पहुंची और छापेमारी की कार्रवाई के दौरान दो स्वतंत्र साक्षी की जरूरत पड़ी तो पुलिस के आग्रह के बावजूद वहां मौजूद लोगों में से कोई भी […]
पटना : मोकामा विधायक अनंत सिंह का बाढ़ में कितना आतंक है, इसका अनुमान इसी से लगाया जा सकता है कि जब पुलिस टीम उनके पैतृक गांव नदावां में पहुंची और छापेमारी की कार्रवाई के दौरान दो स्वतंत्र साक्षी की जरूरत पड़ी तो पुलिस के आग्रह के बावजूद वहां मौजूद लोगों में से कोई भी साक्षी बनने को तैयार नहीं हुआ.
अंत में पुलिस ने दो कांस्टेबल को स्वतंत्र साक्षी बनाया और छापेमारी की प्रक्रिया शुरू की. इस बात का खुलासा अनंत सिंह के खिलाफ दर्ज प्राथमिकी में आवेदक सह बाढ़ थाने के थानाध्यक्ष संजीत कुमार ने किया है.
समय पर नहीं मिलती सूचना तो हटा लिया जाता एके 47 और हैंड ग्रेनेड : दर्ज प्राथमिकी में इस बात का भी जिक्र है कि एके 47 और हैंड ग्रेनेड को वहां से हटा कर अन्यत्र भेजे जाने की योजना थी. इसका अर्थ यह है कि अगर समय पर पुलिस को सूचना नहीं मिलती तो हथियार को दूसरे जगह स्थानांतरित कर दिया जाता.
गांव वालों से मिली थी केयर टेकर सुनील के संबंध में जानकारी : प्राथमिकी के अनुसार, पुलिस जब छापेमारी करने पहुंची थी तो अनंत सिंह के घर के मुख्य दरवाजे में ताला लगा था. इसके बाद तलाशी के लिए एक दंडाधिकारी की तैनाती की गयी. पुलिस पहुंचते ही काफी संख्या में लोगों की भीड़ जमा हो गयी.
लेकिन घर का कोई व्यक्ति वहां नहीं था. गांव वालों से जानकारी मिली कि केयर टेकर सुनील राम घर की देखभाल कई वर्षों से कर रहा है. इसके बाद सुनील राम को पकड़ा गया और उससे चाबी लेकर घर के दरवाजे को खोला गया. इसके बाद वहां से एके 47 व हैंड ग्रेनेड की बरामदगी की गयी.