पटना : …..जब पूर्व मुख्यमंत्री के अंतिम सम्मान में धोखा दे गयी पुलिस की राइफल
पटना : पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र के अंतिम संस्कार के समय दी जा रही राजकीय सम्मान के दौरान पुलिस की राइफल धोखा दे गयी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में हुए इस घटनाक्रम की जांच का आदेश दिया गया है. मामले में दोषी पदाधिकारियों पर कार्रवाई जय मानी जा रही है. डॉ जगन्नाथ मिश्र का […]
पटना : पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ मिश्र के अंतिम संस्कार के समय दी जा रही राजकीय सम्मान के दौरान पुलिस की राइफल धोखा दे गयी. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की मौजूदगी में हुए इस घटनाक्रम की जांच का आदेश दिया गया है. मामले में दोषी पदाधिकारियों पर कार्रवाई जय मानी जा रही है.
डॉ जगन्नाथ मिश्र का पैतृक गांव सुपौल के बलुआ में बुधवार को राजकीय सम्मान के साथ अंत्येष्टि की जा रही थी. अंतिम विदाई के दौरान पूर्व सीएम को गार्ड ऑफ ऑनर की परंपरा निभायी जानी थी. राजनेता को सलामी के लिए पंक्तिबद्ध पुलिस की सशस्त्र टुकड़ी ने राइफल को कंधे पर रखकर ट्रिगर दबाया, लेकिन फायर नहीं हुआ. इस दौरान वहां मौजूद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सुशील मोदी, कई मंत्री, सांसद और विधायक यह देखकर अवाक रह गये. इसकी सूचना डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय को हुई तो उन्होंने इसकी जांच का आदेश दे दिया. इस संबंध में पूछने पर डीजीपी इसकी पुष्टि की.
डीजीपी ने दिया जांच का आदेश
गार्ड आफ ऑनर में ब्लैंक राउंड से होती है फायरिंग
गार्ड आॅफ ऑनर में जिंदा कारतूसों का इस्तेमाल नहीं किया जाता है. ब्लैंक राउंड से फायरिंग की जाती है. ऐसा इसलिए किया जाता है, ताकि वहां मौजूद लोगों को किसी भी प्रकार का खतरा न हो. सूत्रों से मिली जानकारी के पूर्व मुख्यमंत्री के सम्मान में शोक सलामी देने गये टुकड़ी के पास जो ब्लैंक राउंड थे, वह लंबे समय से इस्तेमाल नहीं होने के कारण एक्सपायर्ड हो गये थे, इस कारण फायर नहीं हुआ.
पूर्व सीएम डॉ जगन्नाथ मिश्र पंचतत्व में विलीन
पूर्व सीएम डॉ जगन्नाथ मिश्र का अंतिम संस्कार बुधवार को उनके पैतृक गांव बलुआ बाजार में राजकीय सम्मान के साथ किया गया. ज्येष्ठ पुत्र संजीव कुमार मिश्रा ने उन्हें मुखाग्नि दी. अंतिम संस्कार में सीएम नीतीश कुमार, डिप्टी सीएम सुशील मोदी, विधानसभा अध्यक्ष विजय चौधरी, स्वास्थ्य मंत्री मंगल पांडेय मौजूद थे. सीएम ने पार्थिव शरीर का अंतिम दर्शन किये व श्रद्धासुमन अर्पित किया.