पटना : जीएसटी रिटर्न दायर करने में राज्य के व्यापारी उतनी रुचि नहीं ले रहे हैं. जीएसटी लागू होने के बाद निबंधित होने वाले व्यापारियों की संख्या करीब एक लाख से बढ़कर साढ़े तीन लाख के आसपास पहुंच गयी है. इतनी बड़ी संख्या में व्यापारियों के जीएसटी नंबर लेने के बाद भी रिटर्न दायर करने की रफ्तार बेहद धीमी है.
अब तक 20 फीसदी से भी कम यानी 61 हजार के आसपास व्यापारियों ने ही अपना रिटर्न दायर किया है. जीएसटी रिटर्न दायर करने की अंतिम तारीख 31 अगस्त तक ही रखी गयी है. फिर भी व्यापारियों के स्तर पर रिटर्न दायर करने की रफ्तार उतनी तेज नहीं हो पायी है.
इसके कारणों को समझने और व्यापारियों से सीधे मुखातिब होकर इसका समाधान निकालने के लिए केंद्रीय जीएसटी महकमा 23 अगस्त से समय-समय पर व्यापारियों के लिए जागरूकता अभियान शुरू करने जा रहा है. इसके तहत शहर के अलग-अलग स्थानों पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किये जायेंगे और व्यापारियों को आ रही समस्या का समाधान करने के लिए सहायता केंद्र भी लगाये जायेंगे.
23 अगस्त को तीन स्थानों पर सहायता केंद्र लगेंगे, जिसमें आयकर गोलंबर के पास स्थित जीएसटी के मुख्य कार्यालय, दादीजी मंदिर के पास और महात्मा गांधी सेतु के समीप लगाया जायेगा. इसके बाद 26 अगस्त को पटना के अलावा गया और भागलपुर में भी इस तरह के सहायता कैंप लगाये जायेंगे.