फरारी के दौरान दिल्ली एनसीआर में रहे अनंत, कई नेताओं से भी किया था संपर्क
पटना : मोकामा विधायक अनंत सिंह सात दिनों से फरार थे. सूत्रों के अनुसार इस दौरान वे पटना के सरकारी आवास से गाड़ी से निकलने के बाद यूपी होते हुए दिल्ली एनसीआर पहुंचे. फरारी के दौरान उनका अधिकतर समय दिल्ली एनसीआर में ही गुजरा. जिसके कारण यह संभावना जतायी जा रही है कि इस दौरान […]
पटना : मोकामा विधायक अनंत सिंह सात दिनों से फरार थे. सूत्रों के अनुसार इस दौरान वे पटना के सरकारी आवास से गाड़ी से निकलने के बाद यूपी होते हुए दिल्ली एनसीआर पहुंचे. फरारी के दौरान उनका अधिकतर समय दिल्ली एनसीआर में ही गुजरा. जिसके कारण यह संभावना जतायी जा रही है कि इस दौरान उन्होंने कई राजनेताओं से भी संपर्क भी किया और मदद मांगी.
सूत्रों का यह कहना है कि अनंत सिंह ने फरारी के दौरान अपनी कई चल व अचल संपत्तियों को बेचने के संबंध में भी कई लोगों से संपर्क किया है. अनंत सिंह को यह आभास हो चुका था कि अगर वे सरेंडर नहीं करेंगे तो उनकी सारी संपत्ति को जब्त कर लिया जायेगा. इसलिए उन संपत्ति को हटाने के लिए कई लोगों से बात की. इसे लेकर केंद्रीय एजेंसी भी उनसे पूछताछ कर सकती है.
इसके साथ ही पटना पुलिस अनंत सिंह को संरक्षण देने वालों को भी खोजने में लगी है. सूत्रों के अनुसार, अनंत सिंह को जब पटना पुलिस रिमांड पर लेकर पूछताछ करेगी तो संरक्षणकर्ता के संबंध में भी जानकारी ली जायेगी और उनके खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की जायेगी. सूत्रों का कहना है कि आयकर विभाग भी अनंत सिंह की चल-अचल संपत्ति की जांच कर सकती है.
यूपी व बिहार के अपराधियों के लिए दिल्ली में सरेंडर करना आसान : सूत्रों का कहना है कि यूपी व बिहार के अपराधियों के लिए दिल्ली में सरेंडर करना काफी आसान होता है.
इसके पीछे का कारण यह है कि दिल्ली पुलिस के पास बिहार व यूपी के अपराधियों किये गये करतूत का ब्यौरा नहीं होता है. जिसके कारण बिहार व यूपी के अपराधियों को दिल्ली पुलिस नहीं खोजती है और वे आराम से वहां रहते हैं. इसके साथ ही पुलिस द्वारा एनकाउंटर किये जाने का भी भय नहीं रहता है. सूत्रों के अनुसार अनंत सिंह के कोर्ट में सरेंडर किये जाने को लेकर पटना सिविल कोर्ट व बाढ़ कोर्ट में काफी पुलिस बल की तैनाती कर दी गयी थी.
अगर अनंत सिंह सरेंडर करने पहुंचते तो कोर्ट के बाहर ही पुलिस उन्हें गिरफ्तार कर लेती. जबकि दिल्ली में उन्होंने सरेंडर कर दिया और किसी को भनक तक नहीं लगी. इसके पूर्व भी पटना के कुख्यात अपराधी व ट्रांसपोर्टर कुंदन सिंह ने अपने सहयोगियों के साथ दिल्ली कोर्ट में सरेंडर किया था. कुंदन सिंह को पटना पुलिस मीठापुर बस स्टैंड में हुए ट्रांसपोर्टर रविकांत चौधरी की हत्या मामले में खोज रही थी. बिहार के अलावा यूपी के अपराधी मुन्ना बजरंगी, अनिल दोजाना, सुरेंद्र भाटी आदि ने भी दिल्ली के कोर्ट में ही सरेंडर किया था.
…लेकिन हाथ नहीं आये अनंत सिंह
सूत्रों के अनुसार पटना पुलिस की टीम को अनंत सिंह के दिल्ली एनसीआर में होने की जानकारी मिल चुकी थी. एक टीम वहां के लिए रवाना भी हो चुकी थी. सूत्रों के अनुसार अनंत सिंह के पटियाला कोर्ट में सरेंडर किये जाने की सूचना पुलिस के पास थी. लेकिन उन्होंने ऐन वक्त पर कोर्ट बदल दिया और दिल्ली के साकेत कोर्ट में सरेंडर कर दिया. इसके लिए पटियाला कोर्ट के साथ ही साकेत कोर्ट में व्यवस्था पहले से ही करके रखी गयी थी.