पटना मेट्रो के निर्माण के लिए पीएमआरसीएल टीम का सर्वे

पटना : पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (पीएमआरसीएल)ने निर्माण के पहले पूरे डीपीआर के अनुसार भौतिक जांच करना शुरू कर दिया है. शुक्रवार को पीएमआरसीएल की टीम ने सुबह से इस्ट-वेस्ट और नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर का सर्वे किया. दानापुर कैंट छोर से टीम के सदस्यों ने सर्वे आरंभ किया और मेट्रो रेल के लिए निर्मित होनेवाले […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 24, 2019 5:57 AM
पटना : पटना मेट्रो रेल कॉरपोरेशन लिमिटेड (पीएमआरसीएल)ने निर्माण के पहले पूरे डीपीआर के अनुसार भौतिक जांच करना शुरू कर दिया है. शुक्रवार को पीएमआरसीएल की टीम ने सुबह से इस्ट-वेस्ट और नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर का सर्वे किया. दानापुर कैंट छोर से टीम के सदस्यों ने सर्वे आरंभ किया और मेट्रो रेल के लिए निर्मित होनेवाले दो डिपो स्थलों तक जाकर मुआयना किया.
टीम आइएसबीटी व एतवारपुर में निर्मित होनेवाले डिपो तक पहुंची. इस क्रम में दोनों कोरिडोर का एरियल सर्वे भी होना है.सर्वे 15 अक्तूबर के पहले पूरा करना है. सबसे पहले डिपो का निर्माण होना है. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि यह सभी तैयारी दिल्ली मेट्रो के साथ एमओयू के पहले की अपनायी जानेवाली प्रक्रिया है.
इसी सप्ताह से पीएमआरसीएल जमीन का डिमार्केशन का काम भी शुरू कर देगी. सबसे अधिक चुनौती निजी जमीन के अधिग्रहण को लेकर हैं. टीम ने शुक्रवार को दोनो कोरिडोर को नाजिरी नक्शे के अनुसार सर्वे किया. उम्मीद की जा रही है कि अगले कैबिनेट में पटना मेट्रो के प्रस्ताव को मंजूरी मिल जायेगी. पटना मेट्रो निर्माण करने पर पीएमआरसीएल बोर्ड ने पिछले पखवारे इसकी मंजूरी दे दी है. बोर्ड ने पारित प्रस्ताव का निर्णय भी सरकार को भेज दिया है. डीएमआरसीएल के साथ एमओयू किया जाना है.
बोर्ड के चेयरमैन चैतन्य प्रसाद ने बताया था कि एमओयू पर हस्ताक्षर करने के तीन माह के अंदर कार्य प्रारंभ हो जायेगा. पटना मेट्रो निर्माण का लक्ष्य 2024 तक का रखा गया है. 16.94 किलोमीटर का पहला कोरिडोर जबकि 14.45 किलोमीटर का दूसरा कोरिडोर का निर्माण किया जाना है. दिल्ली मेट्रो को निर्माण के लिए 511.88 करोड़ भुगतान किया जायेगा. पटना हाइकोर्ट का एडवोकेट एसोसिएशन चुनाव : 11 पदों के लिए मैदान में खड़े हैं 105 उम्मीदवार को शांति पूर्ण ढंग से संपन्न कराने में अपना योगदान देंगे.

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