मंदी की आहट : मोबाइल बाजार में 40% से अधिक की गिरावट
सुबोध कुमार नंदन राजधानी में आधा दर्जन से अधिक मल्टी ब्रांड स्टोर हो चुके हैं बंद पटना : मंदी का असर अब धीरे-धीरे मोबाइल सेक्टर में दिखने लगा हैं. पिछले तीन माह में 40 फीसदी से अधिक की गिरावट दर्ज की गयी है. इसके कारण सिर्फ राजधानी पटना में आधा दर्जन से अधिक मल्टी ब्रांड […]
सुबोध कुमार नंदन
राजधानी में आधा दर्जन से अधिक मल्टी ब्रांड स्टोर हो चुके हैं बंद
पटना : मंदी का असर अब धीरे-धीरे मोबाइल सेक्टर में दिखने लगा हैं. पिछले तीन माह में 40 फीसदी से अधिक की गिरावट दर्ज की गयी है.
इसके कारण सिर्फ राजधानी पटना में आधा दर्जन से अधिक मल्टी ब्रांड स्टोर बंद हो चुके हैं. जबकि, कई बंद होने के कगार पर है. मोबाइल की घटती मांग और ऑनलाइन बाजार का काफी बुरा असर है. दिनों-दिन मार्जिन घटता जा रहा है और खर्च बढ़ता जा रहा है.
इसके कारण मोबाइल कारोबार से जुड़े लोग अब धीरे-धीरे कारोबार समेटने लगे हैं. स्टोर के प्रबंधकों ने सेल्समैन की छंटनी करनी शुरू कर दी है. जानकारी के अनुसार पटना जिले में 500 से अधिक मल्टी ब्रांड स्टोर के 10 एक्सक्लूसिव स्टोर हैं. जहां तीन हजार से अधिक सेल्समैन कार्य करते हैं. कंपनी के मार्केटिंग सेल्समैन की संख्या 300 से अधिक हैं. इस वक्त पटना के बाजार में सैमसंग, विवो, एप्पल, ओपो, रेडमी कंपनियों की मौजूदगी है.
मल्टी ब्रांड की हालत बेहद खराब
मोबाइल सेक्टर में मंदी केवल पटना के बाजार में ही नहीं, बल्कि पूरे देश में है. इससे कंपनियों के कई प्रमुख एक्सक्लूसिव स्टोर बंद हो गये हैं. मल्टी ब्रांड की हालात खराब है. मोबाइल बाजार युवाओं पर टिका है, क्योंकि ये तीन-चार माह में सेट बदलते हैं.
सुजीत कुमार, प्रदेश अध्यक्ष, ऑल इंडिया
मोबाइल रिटेलर एसोसिएशन
ऑनलाइन के कारण बिक्री पर असर
बड़े-बड़े स्टोर में तो बोहनी तक पर आफत है. तो ऐसी स्थिति में आप समझ सकते हैं कि छोटे स्टोर की क्या हालत होगी? ऑनलाइन के कारण स्टोर की बिक्री पर काफी असर पड़ा है. कुछ दुकानदार ऑनलाइन मंगा कर मोबाइल सस्ते कीमत पर बेच देते हैं. इसके खिलाफ जल्द अभियान चलाया जायेगा.
संदीप श्रीवास्तव, वरीय सदस्य, पटना मोबाइल रिटेलर एसोसिएशन
10 करोड़ से अधिक का कारोबार
पटना में सामान्य दिनों में 2500 से 3000 का मोबाइल सेट बिकता है, जो 15 हजार से 20 हजार रुपये के बीच होता है. इस तरह हर माह लगभग 75 हजार से अधिक मोबाइल सेटों की बिक्री होती है. इस तरह अकेले पटना में 10 करोड़ से अधिक का कारोबार होता है. लेकिन, इस वक्त यह कारोबार आधा हो गया है.