पटना : जन अधिकार पार्टी के संरक्षक पप्पू यादव बिहार की सियासत में नयी इबारत लिखने और नया मोर्चा गठित करने की कवायद में जुट गये हैं. आरजेडी से दूरी बना रहे नेताओं को एकजुट कर नया मोर्चा बनाने की कवायद में पप्पू यादव जुट गये हैं. मालूम हो कि लोकसभा चुनाव में बीजेपी के खिलाफ बने महागठबंधन में पप्पू यादव और कन्हैया कुमार को शामिल नहीं किया गया था. इसका कारण आरजेडी के नेता तेजस्वी यादव की जिद बतायी जा रही है. लोकसभा चुनाव में हार के बाद जीतन राम मांझी ने आरजेडी के नेतृत्व वाले महागठबंधन से दूरी बना ली है.
इसी कड़ी में सोमवार की देर रात पप्पू यादव हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के मुखिया व पूर्व मुख्यमंत्री जीतनराम मांझी से मुलाकात की. मांझी से उनकी यह पहली मुलाकात नहीं है. इस महीने वह मांझी से दूसरी बार मिले. करीब दो हफ्ते पहले भी उन्होंने जीतनराम मांझी और सीपीआइ के कन्हैया कुमार से मिल चुके हैं. मांझी और कन्हैया कुमार से मुलाकात के बाद उन्होंने कहा था कि ‘होश और जोश के साथ बिहार के स्वर्णिम भविष्य के लिए हम दृढ़संकल्पित हैं. मिलकर बदलेंगे बिहार. उम्मीद करते हैं मांझी जी बाबा साहेब और कांशीराम जी के बाद दबे-कुचले की मजबूत आवाज बन हमारी भावनाओं को समझेंगे. हम, कन्हैया जी और बिहार को बचानेवाले साथी इसके पुनर्निर्माण के लिए साथ खड़े हैं.’
होश और जोश के साथ बिहार के स्वर्णिम भविष्य के लिए हम दृढ़संकल्पित हैं।मिलकर बदलेंगे बिहार।उम्मीद करते हैं मांझी जी बाबा साहेब और कांशीराम जी के बाद दबे-कुचले की मज़बूत आवाज बन हमारी भावनाओं को समझेंगे।हम,कन्हैया जी और बिहार को बचाने वाले साथी इसके पुनर्निर्माण के लिए साथ खड़े हैं pic.twitter.com/wUmFn05GNF
— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) August 15, 2019
दूसरी बार जीतनराम मांझी से मिलने के बाद पप्पू यादव का कहना है कि ‘बिहार में आजादी के बाद समाज के अंतिम पंक्ति में रहनेवाले सामाजिक और आर्थिक रूप से प्रताड़ित दलित और अति पिछड़ी जाति के लोग मुख्यधारा की राजनीति में आएं. आज उन्हें इस प्रदेश के शीर्षस्थ सत्ता में आने की जरूरत है.’ नेताओं से पप्पू यादव की मुलाकात को अगले साल होनेवाले बिहार विधानसभा चुनाव से जोड़ कर देखा जा रहा है.