मंदी की आहट-6. सावन-भादो की मंदी के बाद अब त्योहारों का इंतजार, टेक्सटाइल बाजार में 40 % गिरावट

पटना : राजधानी में टेक्सटाइल और रेडिमेड शोरूमों में ग्राहकों का इंतजार, ताे कई शोरूमों में बोहनी तक नहीं हो पा रही है. इसके कारण कारोबारी काफी मानसिक दबाव से गुजर रहे हैं. कारोबारियों की मानें, तो इस सेक्टर में 40 फीसदी से अधिक की गिरावट है. इस मंदी से उबरने में लगभग दो माह […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 28, 2019 3:39 AM

पटना : राजधानी में टेक्सटाइल और रेडिमेड शोरूमों में ग्राहकों का इंतजार, ताे कई शोरूमों में बोहनी तक नहीं हो पा रही है. इसके कारण कारोबारी काफी मानसिक दबाव से गुजर रहे हैं. कारोबारियों की मानें, तो इस सेक्टर में 40 फीसदी से अधिक की गिरावट है. इस मंदी से उबरने में लगभग दो माह लगेगा, क्याेंकि उस समय फेस्टिवल सीजन शुरू होगा.

इस वक्त ब्रांडेड कंपनियों की ओर से कोई ऑफर या छूट ग्राहकों को नहीं दी जा रही है. आजकल बाजार ऑफर या डिस्काउंट के मौके के इंतजार में ग्राहक रहते हैं. ऑफर आने पर हर वर्ग के ग्राहक पहुंचते हैं और बजट के अनुसार खरीदारी करते हैं. कारोबारियों ने बताया कि वैसे सावन-भादो माह में बाजार में मंदी रहती है, लेकिन इस बार उसका प्रतिशत अधिक है. यह चिंता का विषय है.
कुछ कारोबारियों को कहना है कि नोटबंदी का असर अब तक बाजार में है. मिली जानकारी के अनुसार राजधानी पटना में 400 से अधिक रेडिमेड और टेक्सटाइल के ब्रांडेड शोरूम हैं. इसके अलावा मल्टी नेशनल कंपनियों के आधा दर्जन से अधिक मॉल हैं, जहां सामान्य दिनों में दस हजार से अधिक लोग कपड़ों की खरीदारी के लिए इन जगहों पर पहुंचते हैं.
नये ब्रांडेड स्टोर खुलने से ग्राहक बंटे, 20 से 40 फीसदी बाजार गिरने की आशंका
ग्राहक 40 फीसदी कम
पिछले साल की तुलना में इस वक्त ग्राहकों की संख्या 40 फीसदी कम है. यहां एक ही छत के नीचे 60 से अधिक मल्टी नेशनल ब्रांडेड कंपनियों के रेडिमेड परिधान उपलब्ध हैं. छूट दी जा रही है. बावजूद ग्राहक नहीं पहुंच रहे हैं. ब्रांडेड मल्टी स्टाेर खुलने से रेडिमेड बाजार पर असर पड़ा है, क्योंकि अब ग्राहक बंट गये हैं.
देवाशीष, पेंटालून के डिपार्टमेंट मैनेजर
अक्तूबर से लौटेगी रौनक
इस वक्त मार्केट का काफी बुरा हाल है. पिछले दो माह से लगभग 20 फीसदी तक गिरावट देखी जा रही है. कपड़ा बाजार में अक्तूबर से रौनक लौटेगी. ग्राहकों पर ऑफर का प्रभाव नहीं पड़ता. ब्रांडेड के ग्राहक वर्ग अलग हैं. ग्राहक फेस्टिवल का इंतजार नहीं करते.
राजेश कटारुका, विश्व गंगा रेमेंडस शोरूम के प्रमुख
तीज को लेकर बाजार में कुछ चहल-पहल
कपड़ा बाजार घोर मंदी के दौर से गुजर रहा है. इस वक्त 50 फीसदी से अधिक गिरावट बाजार में है. वैसे तीज को लेकर लेडिज आइटम की खरीदारी महिलाएं कर रही हैं. इसके कारण बाजार में कुछ चहल-पहल है. रेडिमेड परिधान पर ऑफर चल रहा है. फिर भी ग्राहक बाजार से गायब हैं.
मनोज अग्रवाल, सियाराम शॉप के प्रमुख
गैर ब्रांडेड परिधानों की बिक्री में 60% तक गिरावट
जहां तक पटना में मंदी का सवाल है तो 20 फीसदी की गिरावट है. अगर पूरे सेक्टर की बात तो करें 40 फीसदी से अधिक गिरावट है. सबसे अधिक गिरावट तो गैर ब्रांडेड कंपनियों के रेडिमेड परिधान पर देखा जा रहा है. उनका गिरावट 60 फीसदी से अधिक है.
संजय अग्रवाल, बाम्बे डाइंग शोरूम में प्रमुख
लोगों को सेल का इंतजार
रेडिमेड सेगमेंट काफी सुस्त है. इसके कारण 50 फीसदी से अधिक का सेल गिरा हुआ है. इसका मुख्य कारण है, पिछले दिनों ही सेल खत्म हुआ है. सेल का लोग इंतजार करते हैं. दुर्गा पूजा के पहले बाजार में चहल-पहल बढ़ेगी. ऑनलाइन से खास असर नहीं है.
हर्ष टंडन, टूडेज फैशन के प्रमुख
मॉल खुलने से पड़ा है असर
कपड़ा बाजार भी मंदी के चपेट में है. पिछले साल की तुलना में सेल में 40 फीसदी से अधिक की गिरावट है. मंदी की कई वजहें हैं इनमें बाढ़ और सुखाड़ भी शामिल हैं. मॉल खुलने के कारण काफी असर पड़ा है.
पुरुषोत्तम चौधरी, पटना थोक वस्त्र व्यापारी संघ के सचिव

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