पटना : डीएसपी की सरकार ने जब्त की पेंशन राशि

निगरानी के डीएसपी रहे चंद्र प्रकाश पासवान पर घोर कदाचार के आरोप प्रमाणित पाये गये पटना : निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के एक डीएसपी ने छह साल पहले राज्य खाद्य निगम के जिस जिला प्रबंधक को डेढ़ लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा था, उसी प्रबंधक के एटीएम कार्ड से लाखों की रकम निकलवा […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | August 29, 2019 9:23 AM
निगरानी के डीएसपी रहे चंद्र प्रकाश
पासवान पर घोर कदाचार के आरोप प्रमाणित पाये गये
पटना : निगरानी अन्वेषण ब्यूरो के एक डीएसपी ने छह साल पहले राज्य खाद्य निगम के जिस जिला प्रबंधक को डेढ़ लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा था, उसी प्रबंधक के एटीएम कार्ड से लाखों की रकम निकलवा ली.
डीएसपी ने रिश्वत का यह पैसा भी निगरानी के ही कर्मचारी से निकलवाया. इस मामले में 23 नवंबर, 2011 को गिरफ्तार कर निलंबित कर दिया गया था. विभागीय जांच में वह दोषी पाये गये. आरोपी अधिकारी के रिटायर्ड हो जाने के कारण सरकार ने दंड में उनकी पेंशन जब्त कर ली है.
निगरानी को राज्य खाद्य निगम वैशाली के जिला प्रबंधक मनोज कुमार के खिलाफ रिश्वत मांगने की शिकायत मिली थी. 10 अगस्त, 2011 को चंद्र प्रकाश पासवान के नेतृत्व में बने धावा दल ने आरोपी मैनेजर को डेढ़ लाख की रिश्वत के साथ रंगे हाथ पकड़ा था. विभागीय जांच में पाया कि डीएसपी के साथ गये आरक्षी प्रकाश कुजूर ने अभियुक्त से रास्ते में दो एटीएम कार्ड एवं पिन कोड प्राप्त कर खाते से रकम निकाल ली.
इसके बाद डीएसपी ने निगरानी के डॉटा आपरेटर को पांच एटीएम कार्ड दिये और 2.70 लाख रुंपये निकलवाये. जांच में आपरेटर ने यह भी बताया की सीपी पासवान पहले भी अपना और परिवार के सदस्यों का बतलाकर कई एटीएम कार्ड से राशि निकलवाते रहे हैं. घर की तलाशी में भी कई मामलों के कागजात पाये थे.
आपरेटर से निजी काम करवाते थे. विभागीय कार्यवाही के संचालन पदाधिकारी की रिपोर्ट एडीजी एससीआरबी की रिपोर्ट के आधार पर डीएसपी छह आरोपों में से दो में आंशिक और एक में पूर्ण दोषी पाये गये हैं. इसी के आधार पर बिहार पेंशन नियमावली के तहत पेंशन की पूर्ण राशि को जब्त किया गया है.

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