पटना : बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने ट्वीट कर राजद प्रमुख लालू प्रसाद यादव पर निशाना साधा है. सुशील मोदी ने ट्वीट में कहाहै कि जिस सूचना तकनीक का लालू प्रसाद मजाक उड़ाते थे, उसके इस्तेमाल से लाखों लोगों की जिंदगी आसान हो गयी. बिहार सरकार की जे फार्म योजना के तहत से जुड़ कर 11 जिलों के 25 हजार से ज्यादा किसान मोबाइल एप के जरिये किराये पर कृषि यंत्र लेकर तरक्की कर रहे हैं. छात्रों के लिए मैट्रिक-इंटर के 34 साल पुराने प्रमाणपत्र तत्काल देने की व्यवस्था कर दी गयी. जो लोग रोज केवल नकारात्मक खबरों को जोड़ कर बिहार की छवि खराब करने पर तुले हैं, उन्हें ऐसे अनेक अच्छे बदलाव नजर ही नहीं आते.
अपने एक अन्य ट्वीट में सुशील मोदी ने कहा कि अर्थव्यवस्था के कुछ सेक्टर में मंदी को बड़ी चिंता बताने वाली कांग्रेस को 1991, 2008 और 2013 की दुर्दशा भी याद कर लेनी चाहिए. 2013 में विकास दर 4.5 फीसद तक गिर गयी थी, जबकि इस वित्तीय वर्ष की पहली तिमाही में 5 फीसद पर है. इससे निपटने के लिए केंद्र सरकार ने तुरंत चौतरफा उपाय शुरू कर दिये. 10 बैंकों का विलय भी इसी का हिस्सा है और वित्त मंत्री ने आश्वस्त किया है कि किसी की नौकरी नहीं जायेगी. आर्थिक चुनौतियों को बड़े अवसर में बदलने की रणनीति पर तेजी से काम हो रहा है. मंदी के बादल जल्द छंटने वाले हैं.
सुशील मोदी ने साथ ही कहा कि बिहार में शराबबंदी के बाद दूध उत्पादन में 19.40 फीसद की वृद्धि हुई, जिससे पशुपालकों की आय बढ़ी और नये लोग इस परंपरागत रोजगार से जुड़े. दानापुर कैंट में आज से 14 दिवसीय सेना भर्ती रैली शुरू हुई, जिसमें 64429 युवा शामिल होंगे. इनमें सबसे ज्यादा 33845 युवा लालू प्रसाद के गृह जिले के हैं. तेजस्वी यादव ने आज ही के अखबारों में छपी ये अच्छी खबरें क्यों नहीं पढ़ीं?