केंद्र सरकार ने प्रस्ताव का ड्राफ्ट किया पेश, 24 को अहम बैठक
पटना : अगर सब कुछ ठीक रहा तो कर्मचारी भविष्य निधि संगठन इपीएफओ के सदस्य पीएफ का पूरा पैसा एनपीएस के जरिये शेयर बाजार में निवेश कर सकते हैं. यह विकल्प जल्द मिलने वाला है. केंद्र सरकार ने इस प्रस्ताव का ड्राफ्ट जारी कर दिया है और 24 सितंबर को इस पर अंतिम फैसला लेने के लिए विशेष बैठक बुलायी है. कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (इपीएफओ) के वरीय अधिकारी की मानें, तो इस मुद्दे पर अंतिम फैसला लेने के लिए सभी पक्षों की बैठक बुलायी गयी है.
उम्मीद है कि इस बैठक में फैसला ले लिया जायेगा. बैठक में सहमति बनने बाद इसे कैबिनेट के पास भेजा जायेगा. इस प्रावधान के लागू होने से बिहार के लगभग 6.55 लाख इपीएफओ सदस्यों को फायदा मिलेगा. इनमें पटना क्षेत्रीय कार्यालय के लगभग 5 लाख सदस्य है. इसके अलावा भागलपुर क्षेत्रीय कार्यालय के लगभग 68 हजार व मुजफ्फरपुर के लगभग 86 हजार सदस्य हैं. लेकिन, इसके लिए सदस्यों को पहल करनी होगी.
अब केवल इपीएफ नहीं बल्कि एनपीएस का भी विकल्प मिलेगा : मिली जानकारी के अनुसार अब नौकरी ज्वाइन करने पर वक्त कर्मचारी से भी पूछा जायेगा कि इपीएफ स्कीम लेना चाहते हैं या एनपीएस. ज्ञात हो कि नेशनल पेंशन सिस्टम (एनपीएस) एक सरकारी रिटायरमेंट सेविंग स्कीम है, जिसे केंद्र सरकार ने एक जनवरी, 2004 को लांच किया था. इस तिथि के बाद ज्वाइन करने वाले सभी सरकारी कर्मचारियों के लिए यह योजना अनिवार्य है.
लेकिन, वर्ष, 2009 के बाद से इस योजना को निजी क्षेत्र में काम करने वाले कर्मचारियों के लिए भी खोल दिया गया. इस योजना के तहत पीएफ का पूरा पैसा एनपीएस में ट्रांसफर करने का विकल्प कर्मचारियों को मिलेगा. साथ ही कर्मचारियों को पीएफ का पूरा पैसा एनपीएस के जरिये शेयर मार्केट में लगाने का विकल्प मिलेगा. इतना ही नहीं नयी नौकरी ज्वाइन करते वक्त भी अब केवल इपीएफ नहीं बल्कि एनपीएस का भी विकल्प मिलेगा.