फुलवारीशरीफ : महिला के ऊपर से गुजरी ट्रेन, बाल-बाल बची
फुलवारीशरीफ : जाको राखे सांईया, मार सके न कोय… यह कहावत बुधवार को फुलवारी गुमटी पर उस समय चरितार्थ हुई, जब बेली रोड खाजपुरा की रहने वाले महिला संगीता देवी के ऊपर से पूरी ट्रेन गुजर गयी और उसका बाल भी बांका नहीं हुआ. ट्रेन गुजरने के बाद महिला काफी सदमे में चली गयी. महिला […]
फुलवारीशरीफ : जाको राखे सांईया, मार सके न कोय… यह कहावत बुधवार को फुलवारी गुमटी पर उस समय चरितार्थ हुई, जब बेली रोड खाजपुरा की रहने वाले महिला संगीता देवी के ऊपर से पूरी ट्रेन गुजर गयी और उसका बाल भी बांका नहीं हुआ.
ट्रेन गुजरने के बाद महिला काफी सदमे में चली गयी. महिला के ऊपर से गुजरते ट्रेन को देख कर लोगों ने पहले यह समझा कि उसकी मौत हो गयी. परंतु उसे जिंदा देख लोगों की सांस थम गयी. पूरी ट्रेन गुजर जाने के बाद भी संगीता देवी बाल-बाल बच गयी. ट्रेन से गिरने के कारण उसे काफी चोट आयी है. महिला को बदहवासी में आनन-फानन स्थानीय लोगों की मदद से फुलवारीशरीफ प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया.चिकित्सकों ने महिला के इलाज के बाद उसे खतरे से बाहर बताया है.
चिकित्सकों ने बताया की महिला अपने ऊपर ट्रेन के गुजर जाने के डर से सदमे में है. वह धीरे-धीरे सामान्य हो जायेगी. इस संबंध मे हादसे के वक्त फुलवारीशरीफ रेलवे गुमटी पर खड़े प्रेम कुमार ने बताया कि रेलवे गुमटी बंद था.
फुलवारी स्टेशन से लोकल ट्रेन खुल कर जैसे ही गुमटी पास आयी उस दौरान ट्रेन से एक महिला गिर कर पटरी पर चली गयी और टकरा कर रेल ट्रैक के बीच में गिर गयी. इसके बाद पूरी ट्रेन महिला के ऊपर से गुजर गयी. स्थानीय लोगों ने पुलिस को घटना की जानकारी दी. बाद में महिला ने बताया कि वह खाजपुरा निवासी संजय पासवान की पत्नी संगीता देवी है. वह लोकल ट्रेन से आरा जा रही थी. वह ट्रेन से कैसे गिरी नहीं जानती है.
भगवान का शुक्रिया अदा करती हुई संगीता देवी ने बताया कि पूरी ट्रेन उसके ऊपर से गुजरने के बाद लोगों ने उसे उठाया. उसके बाद वह अपने आपको हॉस्पिटल में पायी. लोगों ने महिला के परिजनों को घटना की जानकारी दी. इसके बाद परिजन फुलवारी पीएचसी पहुंचे. फुलवारीशरीफ थानेदार रफिकुर रहमान ने बताया की महिला ट्रेन हादसे में बाल-बाल बच गयी. प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र से इलाज के बाद परिजन उसे लेकर घर चले गये.