पटना : लिंक फेल, लाइसेंस को घंटों कतार में लगे रहे लोग

पटना : लर्निंग बनवाने के लिए बुधवार को डीटीओ कार्यालय में आवेदकों की अब तक की सर्वाधिक भीड़ दिखी. दो घंटे से अधिक समय तक लिंक फेल रहने और बाद में नेटवर्क मिलने के बाद भी उसकी गति काफी धीमी होने की वजह से कतार लंबी होती चली गयी. नीचे के दोनों काउंटरों पर भीड़ […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 12, 2019 5:20 AM
पटना : लर्निंग बनवाने के लिए बुधवार को डीटीओ कार्यालय में आवेदकों की अब तक की सर्वाधिक भीड़ दिखी. दो घंटे से अधिक समय तक लिंक फेल रहने और बाद में नेटवर्क मिलने के बाद भी उसकी गति काफी धीमी होने की वजह से कतार लंबी होती चली गयी. नीचे के दोनों काउंटरों पर भीड़ सबसे ज्यादा दिखी.
वहां गर्मी व घुटन में पसीने से लथपथ 100-150 लोग एक साथ कतार में खड़े दिखे. ऊपर के चारों काउंटरों पर भी लंबी कतार लगी थी और पूरा हॉल भड़ा हुआ था. नीचेके काउंटर पर लगे लोगों को पंखा नहीं होने से परेशानी हो रही थी जबकि ऊपर के काउंटर हॉल में पंखा होने के बावजूद हवा आनेजाने की जगह नहीं होने की वजह से बहुत घुटन थी और पंखे की हवा भी गर्म लग रही थी. दोपहर तीन बजे के बाद नेटवर्क की रफ्तार ठीक हुई और लाइन में लगे सभी लोगों का आवेदन लेने व फोटो खींचने के लिए काउंटर को शाम पांच बजे की बजाय छह बजे तक खोले रखना पड़ा.
1389 लोगों ने दिया लर्निंग के लिए आवेदन : दो घंटे तक लिंक फेल होने और बाद में भी धीमी रफ्तार में नेटवर्क के चलने के बावजूद डीटीओ कार्यालय में बुधवार को शाम छह बजे तक लोगों की भीड़ लगी रही. इस दौरान 1389 लोगों ने लर्निंग के लिए आवेदन दिया, फीस जमा की और फोटो खिंचवाया.
गर्मी और पसीने से हो चुके हैं लथपथ
तीन घंटे से लाइन में खड़े हैं. गर्मी और पसाीना से लथपथ हो चुके हैं. कपड़ा पूरा भींग चुका है. अभी भी आगे 20-25 लोग हैं. पता नहीं कब मेरी बारी आयेगी.
पप्पु सिंह, पालीगंज
आज दूसरे दिन भी दो घंटे से खड़े हैं लाइन में
आज दूसरे दिन आये हैं. परसों काउंटर तक पहुंचने से पहले ही समय खत्म हो गया था. आज भी दो घंटा से लाइन में खड़े हैं. लर्निंग बन ही जायेगा, अभी कहना मुश्किल है.
गुड्डू कुमार, महेंद्रू
सख्त कानून कर रहा लंबी लाइन में खड़े होने को विवश
सख्त कानून बना कर और हेवी फाइन का भय दिखा कर सरकार ने लोगों को लाइसेंस बनवाने के लिए लंबी लाइन में खड़ा होने और परेशानी झेलने के लिए विवश कर दिया है.
विजय कुमार वर्मा, अशोक नगर, कंकड़बाग
कहीं न कूलर लगा है न एक्जॉस्ट फैन
ऊपर हॉल में पंखा है पर यहां नीचे न कहीं कूलर न एक्जॉस्ट फैन लगा है. हमलोग पैसा जमा करने आये हैं. इसके बावजूद कोई सुविधा नहीं मिल रही है.
जसकिशुन, चौधरी टोला
बेहोश हो जाता है तो जिम्मेदारी कौन लेगा आवेदकों की भीड़ को देखते हुए पर्याप्त व्यवस्था नहीं की गयी है. गर्मी और घुटन से यदि कोई बेहोश होकर गिर जाता है तो इसकी जिम्मेदारी कौन लेगा.
पंकज सिंह, बख्तियारपुर

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