पटना : जन अधिकार पार्टी (लो) के राष्ट्रीय अध्यक्ष सह पूर्व सांसद पप्पू यादव ने आज पटना में दारोगा बहाली व शिक्षक नियोजन में मनमानी, काला कानून- नया मोटर वाहन एक्ट और पुलिस की गुंडागर्दी के खिलाफ जागरूकता के लिए बेटी बचाओ- युवा बचाओ साइकिल यात्रा पर पटना के आयकर गोलंबर से निकले. इस दौरान उनकी साइकिल यात्रा डाक बंगला चौराहा, फ्रेजर रोड, कारगिल चौक गांधी मैदान, गांधी मैदान थाना, एग्जीबिशन रोड, डाक बंगला होते हुए आयकर गोलंबर समाप्त हुई, जिसमें पप्पू यादव के साथ सैकड़ों लोग शामिल हुए.
इस दौरान पप्पू यादव ने कहा कि दुनिया की यह पहली सरकार है, जो जनता से वसूली का काम कर रही है. जिस देश में 10 हजार केपिटा इनकम वाले वाले लोगों की संख्या 85 प्रतिशत से कम है, वहां नया मोटर वाहन एक्ट जैसे काले कानून की आड़ में लूट जन अधिकार पार्टी (लो) बर्दाश्त नहीं करेगी. एक ओर सरकार कानून बना रही है, दूसरी ओर भाजपा शासित कुछ राज्यों में जुर्माने की रकम कम किया जा रहा है. कांग्रेस और ममता दीदी ने जन विरोधी इस काले कानून को लागू नहीं किया, तो क्या उन राज्यों में यातायात के नियम नहीं हैं.
पप्पू यादव ने कहा, भाजपा और उनकी डबल इंजन वाली सरकारें जिन-जिन राज्यों में है, वे वहां अब आम आदमी की रोटी छीन रही है. हद तो तब हो गयी, जब इस कानून की आड़ में आम लोगों पर पुलिस की सरेआम गुंडागर्दी सामने आयी. इसलिए हम लोगों इस साइकिल यात्रा के जरिये अपील करते हैं कि वे इसका विरोध सड़क पर निकल करें.
पूर्व सांसद ने कहा कि राज्य सरकार चुनाव के वक्त दारोगा बहाली में बेटियों के साथ छल कर रहे हैं. महिलाओं के हक और सम्मान की बात करने वाली नीतीश सरकार बिहार की बेटियों से उनका दारोगा बनने का सपना छीन रही है. यही वजह है कि सरकार ने उनकी शारीरिक ऊंचाई का मानदंड 160 सेंटीमीटर रखा है, जो बिहार की भौगोलिक स्थिति को ध्यान में रखते हुए एक मूर्खतापूर्ण फैसला है. असल बात ये है कि राज्य सरकार सिर्फ कुर्सी अपडेशन की प्रक्रिया में लग चुकी है. उनकी कोई मंशा नहीं बिहार के युवा, नौजवान और महिलाओं को नौकरियां देने की. दूसरी ओर शिक्षकों के प्रति सरकार की बर्बतापूर्ण रवैया भी निंदनीय है, जिसकी हम पूरी ताकत के साथ खिलाफत करते हैं और सरकार से मांग करते हैं कि अब वे जनता को झांसा देना बंद करें, वर्ना शिक्षकों के साथ जनता के हर मुद्दों पर जोरदार तरीके से प्रदेश में लड़ाई लड़ी जायेगी, जिसकी शुरुआत आज पटना से हो चुकी है, जो आने वाले दिनों में पूरे बिहार में होगी.
वहीं, पूर्व सांसद ने बिहार के नौकरियों और रोजगार में 85 प्रतिशत बिहारी नौजवानों की भागीदारी की मांग की. उन्होंने कहा कि बिहार में रोजगार और नौकरियों का घोर अभाव है. खुद राज्य सरकार भी मानती है कि सिर्फ मेडिकल सेक्टर में आधे से ज्यादा सीट डॉक्टर और नर्सों के खाली हैं. दूसरी ओर अन्य जगहों पर पर भी भारी मात्रा में रिक्तियां हैं. इसलिए हमारी मांग है कि बिहार में रोजगार और नौकरियों 85% बिहारी युवा और नौजवानों की भागीदारी सरकार सुनिश्चित करे. इसमें भी उन अभ्यर्थियों को रोजगार और नौकरी मिले, जो प्रतिभावान हों, उन्हें नहीं जो पैसे-पैरवी के दम पर प्रतिभाशाली बच्चों के भविष्य को बर्बाद करते हैं. इस मांग के साथ जन अधिकार पार्टी (लो) ‘रोजगार नहीं तो सरकार नहीं’ मुहिम के तर्ज पर आने वाले दिनों में जोरदार संघर्ष करेगी. इसलिए बिहार के युवाओं से आग्रह है कि वे अपने भविष्य के लिए इस मुहिम से जुड़े और कम से कम अपना हक ही सरकार से मांगे.
उन्होंने कहा कि अब समझौता नहीं होगा. लड़ाई आर पार की होगी. उन्होंने विपक्ष पर भाजपा के इशारों पर काम करने का आरोप लगाया और कहा कि विपक्ष ने प्रदेश को परिवार में बांट लिया है और सिर्फ नीतीश कुमार को गाली देना उनका काम रह गया है. इसलिए हमारा मानना है कि अगर बिहार को बचाना है तो ऐसे लोगों की ओछी राजनीति और जात-पात से उपर उठकर हमें एक होना होगा.