आतंकी घटना में मरे लोगों के आश्रित बनेंगे डॉक्टर, जानें
पटना : सीमा पर शहीद होनेवाले जवानों के साथ आतंकी घटना में मारे गये नागरिकों के आश्रित बच्चों को एमबीबीएस में सेंट्रल पुल से नामांकन की सुविधा मिलेगी. इस प्रकार के परिवारों के बच्चों का सेंट्रल पुल से होनेवाले नामांकन को लेकर केंद्र सरकार ने राज्य सरकार से रिपोर्ट की मांग की है. राज्य के […]
पटना : सीमा पर शहीद होनेवाले जवानों के साथ आतंकी घटना में मारे गये नागरिकों के आश्रित बच्चों को एमबीबीएस में सेंट्रल पुल से नामांकन की सुविधा मिलेगी. इस प्रकार के परिवारों के बच्चों का सेंट्रल पुल से होनेवाले नामांकन को लेकर केंद्र सरकार ने राज्य सरकार से रिपोर्ट की मांग की है. राज्य के मेडिकल कॉलेजों में सेंट्रल कोटे के तहत अलग-अलग प्रकार का कोटा निर्धारित किया गया है. अभी तक राज्य के आइजीआइएमएस,पटना, जीएमसी बेतिया और वर्द्धमान मेडिकल कालेज, पावापुरी में सेंट्रल पुल से नामांकन नहीं होता है.
सेंट्रल पुल के तहत पीएमसीएच में नागालैंड के तीन और मेघालय के स्टूडेंट के लिए दो सीटों पर नामांकन होता है. इसी तरह से डीएमसीएच, लहेरियासराय में नागालैंड राज्य के तीन और मेघालय के दो सीटों पर नामांकन होता है. जेएलएनएमसीएच,भागलपुर में मेघालय के दो, सिक्किम के एक और नागालैंड राज्य के एक स्टूडेट का नामांकन होता है. एनएमसीएच में मेघालय राज्य के दो, जम्मू-कश्मीर राज्य का एक और डिफेंस कोटे की एक सीट पर नामांकन होता है. एसकेएमसीएच में डिफेंस कोटे के एक, गृह मंत्रालय के एक, कैबिनेट के एक और विदेश मंत्रालय के एक सीट पर नामांकन होता है.
एएन मगध मेडिकल कॉलेज में डिफेंस कोटे के एक , नागालैंड का एक, महिला एवं बाल विकास कोटे का एक और आतंकी घटना में मारे गये परिजनों के आश्रितों के लिए एक कोटे पर नामांकन होता है. बीडीएस कोर्स के तहत सेंट्रल पुल से राजकीय डेंटल कॉलेज पटना में मिजोरम के दो, सिक्किम के एक और कैबिनेट सचिवालय कोटे की एक सीट पर नामांकन होता है. इस बार केंद्र सरकार ने आतंकी घटनाओं में मारे गये परिवारों को भी इस सूची में शामिल करने जा रही है. इसको लेकर राज्य से रिपोर्ट मांगी गयी है. ऐसे बच्चों का नामांकन गृह मंत्रालय के द्वारा अनुशंसित किया जायेगा.