पटना :बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने ट्वीट कर कहा कि उत्पादन और मांग में तेजी लाने के लिए 32 सूत्री पैकेज, दस बैंकों के विलय से पूंजी की उपलब्धता, आम आदमी को आसानी से कर्ज देने के लिए 400 जिलों में कैंप और कारपोरेट निवेशकों को 1.45 लाख करोड़ की अब तक की सबसे बड़ी राहत देकर केंद्र सरकार ने मंदी के आसार पर निर्णायक प्रहार किया. प्रधानमंत्री की अमेरिका यात्रा से पहले अर्थव्यवस्था में तेजी लाने और लाखों लोगों के लिए रोजगार सृजित करने की प्रबल इच्छाशक्ति प्रकट कर विदेशी निवेशकों को विश्वसनीय संदेश दिये गये. सरकार और रिजर्व बैंक के एकजुट उपाय जल्द ही त्याहारों में बढ़ी रौनक से महसूस किये जा सकेंगे.
सुशील मोदी ने अपनेएकअन्य ट्वीट में लिखा है, लालू-राबड़ी राज के दौरान बिहार में विकास पूरी तरह ठप होने के कारण गरीबों को नून-रोटी भी मयस्सर नहीं थी. उन 15 सालों में लाखों लोगों को रोजगार पाने के लिए अपना गांव-परिवार छोड़कर दूसरे राज्यों में पलायन या विस्थापन की मुसीबत उठानी पड़ी. एनडीए सरकार विकास को पटरी पर लायी और विकास दर दहाई अंकों में बनी रही, जिससे औसत बिहारी के जीवन स्तर में लगातार सुधरा हुआ.
उपमुख्यमंत्री ने आगे कहा कि टूटी-फूटी सड़कों की जगह 4 लेन और 6 लेन सड़कें बन गयीं. प्रधानमंत्री के सवा लाख करोड़ के विशेष पैकेज से महासेतुओं का निर्माण हो रहा है. राज्य हर तरह के वाहनों की खरीद में सबसे आगे है और हवाई यात्रियों की संख्या बढ़ने से पटना देश के व्यस्त हवाईअड्डों में शामिल हो चुका है. चौतरफा विकास देख कर जिनकी छाती फट रही है, वे नून-रोटी का झूठ फैला रहे हैं.