दूरदर्शन और प्रधानमंत्री जन-धन योजना में नौकरी दिलाने के नाम पर फ्रॉड, ठगे 350 करोड़
नोएडा पुलिस की टीम जांच के लिए फुलवारी पहुंची दिल्ली और एनसीआर में मशरूल के खिलाफ 50 थानों में मामले दर्ज फुलवारीशरीफ : दिल्ली, मुंबई, बंगलुरू और नोएडा में हजारों लोगों सेे नौकरी दिलाने के नाम पर और मेडिकल, इंजीनियरिंग, एमबीए समेत अन्य कोर्स में नामांकन कराने के नाम पर 350 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी […]
नोएडा पुलिस की टीम जांच के लिए फुलवारी पहुंची
दिल्ली और एनसीआर में मशरूल के खिलाफ 50 थानों में मामले दर्ज
फुलवारीशरीफ : दिल्ली, मुंबई, बंगलुरू और नोएडा में हजारों लोगों सेे नौकरी दिलाने के नाम पर और मेडिकल, इंजीनियरिंग, एमबीए समेत अन्य कोर्स में नामांकन कराने के नाम पर 350 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में नोएडा पुलिस की क्राइम टीम सोमवार को जांच के लिए फुलवारी पहुंची.
टीम के नेतृत्व कर रहे इंस्पेक्टर गुरदेव सिंह ने बताया कि फुलवारी के मिलकियाना के रहने वाले स्व इसराररूल हक उर्फ लल्लू मियां के छोटे बेटे मशरुल हक उर्फ आबसार कादरी उर्फ अफसर पर आरोप है कि उसने करीब हजारों लोगों से 350 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की है. यह धोखाधड़ी नौकरी दिलाने के के साथ- साथ मेडिकल, इंजीनियरिंग, एमबीए समेत अन्य उच्च तकनीकी कोर्स में नामांकन दिलाने के नाम पर की है. दिल्ली और एनसीआर में मशरूल हक के खिलाफ पचास थानों में मामला दर्ज है, इसके गिरोह में दस से बारह लोग है जो काफी शिक्षित है. इन लोगो का काम हर तीन माह में अपना डेरा और अपना नाम बदल लेना.
ये लोग अपने आसपास के लोगों से कहता है कि आप का बेटा या बेटी को मेडिकल या इंजीनियरिंग में नामांकन कराना है तो हो जायेगा . वह इतने आत्मविश्वास से कहता है कि लोग इसके झांसे में आ जाते हैं. तीन माह में रुपये ऐंठ कर निकल जाता है. इस गिरोह को मुंबई ,बेंगलुरू ,दिल्ली और नोएडा की पुलिस खोज रही है. सोमवार को इंस्पेक्टर गुरदेव सिंह ने मशरुल हक के घर जाकर उसके परिजन से पूछताछ की . परिजन का कहना है कि उन्हें इस बारे में नहीं मालूम है .
दिल्ली में पकड़ा गया बिहार का रहने वाला ठग
पटना : दूरदर्शन और प्रधानमंत्री जन-धन योजना में नौकरी दिलाने के नाम पर फ्रॉड करने वाले बिहार निवासी दो ठगों को नयी दिल्ली की क्राइम ब्रांच ने गिरफ्तार किया है. क्राइम ब्रांच की स्पेशल विंग ने सीवान के रघुनाथपुर के पिपरा का रहने वाला रोहित मिश्रा और मुंगेर के लल्लू पोखर के रहने वाले आसित सिंह समेत एक अन्य को नयी दिल्ली और नोएडा की सीमा के पास मौजूद खोड़ा कॉलोनी से सोमवार को गिरफ्तार किया है.
इनके पास से बड़ी संख्या में दस्तावेज, क्रेडिट एवं डेबिट कार्ड, सिम कार्ड, वोटर आइडी कार्ड समेत अन्य सामान बरामद हुए हैं. इनका साथ देने वाली बिहार की रहने वाली संतोष ठाकुर नाम की लड़की भी है, जिसकी गिरफ्तारी नहीं हो पायी है. उसकी तलाश जारी है. दोनों की गिरफ्तारी के बाद दिल्ली क्राइम ब्रांच की टीम इस केस में आगे की छानबीन के लिए जल्द ही बिहार दौरे पर भी आ सकती है. इन लोगों ने नौकरी के नाम पर ठगी के मामले में जिन 150 के आसपास लोगों को अपना शिकार बनाया है. जिसमें सबसे ज्यादा संख्या बिहार, झारखंड और यूपी के छात्रों की ही है. बिहार के लोगों की संख्या अधिक है. दिल्ली क्राइम ब्रांच के इंस्पेक्टर विवेकानंद झा के नेतृत्व में यह जांच चल रही है.
हाइटेक तरीके से करते थे ठगी
रोहित और आसित खोड़ा कॉलोनी में पिछले पांच साल से रह रहा था और यहीं से अपना रैकेट चलाता था. ये लोग दूरदर्शन में नौकरी देने के नाम पर अच्छी सैलरी का लालच देते हुए पहले अखबार में विज्ञापन निकालते थे. इसके बाद जब कोई इनसे संपर्क करता था, तो उससे आवेदन करने और सर्टिफिकेट वेरीफिकेशन के नाम पर 10 से 15 हजार रुपये वसूल लेते थे.
जिससे पैसे लेते थे, उसके मोबाइल पर वकायदा एसएमएस से ‘डीडी’ लिखा आवेदन स्वीकृत होने का मैसेज जाता था. इसके बाद उससे आगे की प्रक्रिया के लिए पैसे ठगे जाते थे. इस तरह कई चरणों में पैसे ठगने के बाद संबंधित व्यक्ति के अचानक संपर्क तोड़ देते थे. अब तक की पूछताछ में यह भी पता चला कि ये लोग प्रधानमंत्री जन-धन योजना में विभिन्न पदों पर नौकरी करने या एकाउंट खोलने के नाम पर भी ठगी की है.
ऐसे खुलासा हुआ मामले का
जिन युवाओं से दूरदर्शन के नाम पर ठगी हुई थी, उसमें से कुछ दिल्ली दूरदर्शन केंद्र पूछताछ करने पहुंच गये. इसके बाद इस मामले को लेकर एडीजी ने दिल्ली क्राइम ब्रांच को इस मामले की शिकायत की. तब गहन छानबीन के बाद इस पूरे रैकेट का खुलासा हुआ है.