पटना : बच्चियों को ‘बैड टच’ करना पड़ेगा महंगा
पटना : सरकारी माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों की बालिकाओं को गलत नियत से छूना या उन्हें किसी अन्य आपत्तिजनक तरीके से परेशान करना महंगा पड़ सकता है. शिक्षा विभाग इस पर सख्त एक्शन लेगा. 2019-20 में चालू शैक्षणिक सत्र से इस दिशा में राज्य शिक्षा परियोजना परिषद खास कार्यक्रम शुरू करने जा रही है. […]
पटना : सरकारी माध्यमिक व उच्च माध्यमिक विद्यालयों की बालिकाओं को गलत नियत से छूना या उन्हें किसी अन्य आपत्तिजनक तरीके से परेशान करना महंगा पड़ सकता है. शिक्षा विभाग इस पर सख्त एक्शन लेगा.
2019-20 में चालू शैक्षणिक सत्र से इस दिशा में राज्य शिक्षा परियोजना परिषद खास कार्यक्रम शुरू करने जा रही है. इस संदर्भ में प्रारंभिक चरण में राज्य के 13 विशेष जिलों के 1662 सरकारी माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों में सबसे पहले बैड टच-गुड टच के बारे में बच्चियों को विशेष जानकारी दी जायेगी.
इस संबंध में उन्हें जागरूक भी किया जायेगा. स्कूली बच्चियां किससे शिकायत करेंगी? इसके बारे में किशोरी मंच का गठन चिह्नित किये गये प्रत्येक स्कूल में अनिवार्य तौर पर किया जाना है. किशोरी मंच में 35-40 बच्चियों का समूह होगा. बच्चियां इस समूह के सम्मुख ‘ बैड टच’ से जुड़ी विशेष बातों को साझा करेगी.
इसकी रिपोर्ट से स्कूल प्रबंधन और जिला स्तर पर बनी एक समिति संबंधित व्यक्ति के खिलाफ जरूरी कार्रवाई करेगा. प्रथम चरण में जिन जिलों में बैड टच पर विशेष तौर पर सख्ती की जानी है, उनमें अररिया, बांका, भागलपुर, दरभंगा, गोपाल गंज, कटिहार, किशनगंज, मधुबनी, मुजफ्फरपुर, पूर्णिया, सीतामढ़ी, सीवान और सुपौल शामिल हैं. उल्लेखनीय है कि बच्चियों को जागरूक और शिक्षित करने के लिए यूनिसेफ ने एक विशेष कार्यक्रम तैयार किया है.
उच्च माध्यमिक स्कूलों में एडोलसन प्रोग्राम होगा शुरू राज्य शिक्षा परियोजना परिषद चालू शैक्षणिक सत्र से ही प्रदेश के प्रत्येक ब्लॉक में दो -दो माध्यमिक एवं उच्च माध्यमिक स्कूलों में एडोलसन (किशोर उम्र) कार्यक्रम शुरू करेगा. इसके तहत स्कूल की बच्चियों को शारीरिक और मानसिक बदलावों से जुड़ी समस्याओं के समाधान के लिए विशेष प्रयास किये जायेंगे. इसके लिए प्रति स्कूल 4500 रुपये दिये जायेंगे.