4000 से अधिक बैकलाॅग, लोगों का हंगामा
पटना : सप्ताह की जगह 10 दिन लर्निंग प्रिंटिंग में लग रहा है. मंगलवारको 14 सितंबर का लर्निंग प्रिंट हो रहा था, जबकि नियमत: 17 सितंबर तक का सभी लर्निंग प्रिंट हो जाना चाहिए. प्रिटिंग में तीन दिनों की देरी के कारण 4000 से अधिक का बैकलाॅग हो गया है.मंगलवार को जब डीटीओ कार्यालय में […]
पटना : सप्ताह की जगह 10 दिन लर्निंग प्रिंटिंग में लग रहा है. मंगलवारको 14 सितंबर का लर्निंग प्रिंट हो रहा था, जबकि नियमत: 17 सितंबर तक का सभी लर्निंग प्रिंट हो जाना चाहिए. प्रिटिंग में तीन दिनों की देरी के कारण 4000 से अधिक का बैकलाॅग हो गया है.मंगलवार को जब डीटीओ कार्यालय में अपना लर्निंग लेने के लिए आये लोगों को मालूम हुआ कि उनका लर्निंग अब तक प्रिंट नहीं हुआ है और इसके लिए दो-तीन दिनों बाद आना पड़ेगा, तो वे आक्रोशित हो गये और कुछ देर तक उन्होंने हंगामा भी किया. बाद में लोगों को समझा-बुझा कर शांत कराया गया.
लंबी लाइन भी बनी हंगामे की वजह
लर्निंग की लंबी लाइन को देख कर भी मंगलवार को जिला परिवहन कार्यालय में आने वाले आवेदक आक्रोशित हो गये. इसके कारण दोपहर 11 बजे कुछ देर तक वहां रुक-रुक कर हंगामा होता रहा.
चौथे मंजिल पर स्थित काउंटर हॉल में कम जगह और लोगों की भीड़ अधिक होने के कारण हंगामा अधिक तेज था. नीचे के दोनों नवनिर्मित काउंटरों पर कतार की लंबाई देख कर भी फोटो खिंचवाने के लिए आये लोग परेशान हो गये. इस दौरान लाइन में लगने के नाम पर कुछ व्यक्ति आपस में भी उलझे. बाद में काम की रफ्तार तेज होने के बाद लोगों का हंगामा शांत हुआ.
काउंटर हॉल में जगह कम, लोगों की भीड़ ज्यादा
लर्निंग बनवाने वालों की संख्या मंगलवार को 1645 तक पहुंच गयी. एक से 24 सितंबर तक 24137 लोगों ने लर्निंग बनवाया है, जबकि इस दौरान रोड टैक्स और विभिन्न दस्तावेजों के फीस व परमिट लाइसेंस शुल्क से डीटीओ, पटना को 31 करोड़ की आमदनी हुई है.
डीटीओ अजय कुमार ठाकुर ने बताया कि इस महीने अब तक प्राप्त हुआ राजस्व किसी दूसरे महीने के मुकाबले छह से आठ गुणा अधिक है. इस दौरान बनवाये गये कुछ प्रमुख दस्तावेजों की संख्या इस तरह रही.
24 सितंबर तक बनवायी लर्निंग
दस्तावेज संख्या राशि (लाख रु)
नया लर्निंग 24137 68.06
नया डीएल 4417 8.83
डुप्लीकेट डीएल 307 0.70
डीएल रीन्युअल 3852 8.28
ड्राइविंग टेस्ट देने वालों की संख्या 4600 30.65