गंगा अब भी खतरे के निशान से 18 सेमी ऊपर

दानापुर : पिछले चार दिनों से गंगा के जल स्तर में लगातार हो रही बढ़ोतरी ने दियारे के लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. मंगलवार को गंगा खतरे के निशान से 18 सेंमी ऊपर बह रही थी. दियारे का निचला व तटवर्तीय इलाका पूरी तरह जलमग्न है. घरों में बाढ़ का पानी घुसा चुका है. […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 25, 2019 7:13 AM

दानापुर : पिछले चार दिनों से गंगा के जल स्तर में लगातार हो रही बढ़ोतरी ने दियारे के लोगों की परेशानी बढ़ा दी है. मंगलवार को गंगा खतरे के निशान से 18 सेंमी ऊपर बह रही थी. दियारे का निचला व तटवर्तीय इलाका पूरी तरह जलमग्न है. घरों में बाढ़ का पानी घुसा चुका है. सैकड़ों बीघे में लगी फसल डूब गयी है. दियारे की छह पंचायतों के दर्जनों गांव बाढ़ के पानी घिरे चुके हैं.

बाढ़पीड़ित लोगों की शिकायत है कि अभी तक प्रशासनिक स्तर पर कोई राहत व बचाव कार्य शुरू नहीं किया गया है. बाढ़ नियंत्रण केंद्र के अनुसार दानापुर में गंगा खतरे के निशान से 18 सेंमी ऊपर बह रही है. मंगलवार की शाम देवनानाला में गंगा का जल स्तर 168.60 फुट रिकॉर्ड किया गया .
मनेर. मनेर के दियारा की छह पंचायतों को लोगों की मुश्किलें बढ़ती जा रही है. हालांकि राहत की बात यह है कि गंगा का पानी केंद्रीय जल आयोग के अनुसार अभी स्थिर बताया जा रहा है. सोन के पानी में हल्की बढ़ोतरी हो रही है, लेकिन मध्य प्रदेश से छूटने वाला पानी दो दिनों में मनेर के इलाके में पहुंच जायेगा.
इससे एक बार फिर क्षेत्र में जल वृद्धि होने की संभावना है. इधर मनेर के हल्दी छपरा में लगे टेलीमैट्रिक्स यंत्र द्वारा दिल्ली से बाढ़ के पानी पर नजर रखी जा रही है.
सांसद सीपी ठाकुर ने किया मुआयना
पटना. राज्यसभा के सांसद डॉ सीपी ठाकुर ने पटना शहर के कई बाढ़ग्रस्त इलाकों का मुआयना किया. उन्होंने कहा कि बिहार भी बाढ़ की मार से जूझ रहा है. जल स्तर लगातार बढ़ रहा है, राज्य के कई जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति बनी गयी है.
उन्होंने कुर्जी समेत आसपास के अन्य इलाकों का मुआयना करते हुए कहा कि लोगों को जल स्तर बढ़ने से दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है. कुर्जी के पास गंगा किनारे बसे लोगों को बांध पर शरण ले रखी है. एलसीटी घाट से दीघा घाट के बीच नदी के किनारे तक बने घरों के लोगों की भी परेशानी बढ़ी है. इस दौरान भाजपा किसान मोर्चा के दीपक ठाकुर, अमरेंद्र ठाकुर शांडिल्य आदि मौजूद थे.

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