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शिक्षा में तकनीक के प्रयोग पर बल, बुनियादी शिक्षा को रोजगार से जोड़ना जरूरी- नीतीश कुमार

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है शिक्षा में तकनीक के प्रयोग पर काम करने की जरूरत है. चंपारण के भितिहरवा में बुनियादी शिक्षा के पुनर्स्थापन के लिए काम किया जा रहा है. विकास प्रबंधन सोसाइटी की छठी बैठक को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि आज के संदर्भ में शिक्षा में तकनीक […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 27, 2019 4:24 AM

पटना : मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है शिक्षा में तकनीक के प्रयोग पर काम करने की जरूरत है. चंपारण के भितिहरवा में बुनियादी शिक्षा के पुनर्स्थापन के लिए काम किया जा रहा है. विकास प्रबंधन सोसाइटी की छठी बैठक को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि आज के संदर्भ में शिक्षा में तकनीक के प्रयोग के महत्व को समझते हुए उस पर भी काम करना होगा.

मुख्यमंत्री ने बांका उन्नयन कार्यक्रम का जिक्र करते हुए कहा कि बुनियादी शिक्षा की पुनर्कल्पना परियोजना पर काम कर रही टीम को बांका उन्नयन कार्यक्रम का अवलोकन करना चाहिए, इसकी जरूरी चीजों को अपनाना चाहिए.
बच्चे इस तकनीक का प्रयोग सीखेंगे और इससे उनकी अध्ययन में रुचि भी बढ़ेगी. उन्होेंने बुनियादी शिक्षा के दायरे को विस्तृत करने की जरूरत पर जोर देते हुए कहा कि इसमें अब आठवें वर्ग तक के बच्चों को पढ़ाने की व्यवस्था करनी चाहिए. बुनियादी शिक्षा का उद्देश्य शिक्षा के साथ–साथ रोजगार की उपलब्धता कराना भी है.
जीविका समूह के माध्यम से महिलाएं हुई हैं सशक्त
मुख्यमंत्री ने कहा कि जीविका समूह के माध्यम से महिलाएं सशक्त हुई हैं. स्वच्छता के लिए भी वे बेहतर ढंग से काम कर रही हैं. उन्होंने नालंदा जिले के सिलाव के पास एक पंचायत में जीविका समूह की महिलाओं के चल रहे काम का अध्ययन करने की सलाह दी.
सीएम ने कहा कि उनकी जरूरी चीजों को आत्मसात करने एवं काम करने के विभिन्न तरीकों का आदान-प्रदान करने से लोग नयी-नयी चीजें जान पायेंगे. बैठक में विकास प्रबंधन संस्थान के निदेशक हेमंत राव ने डीएमआइ के कार्यकलापों एवं प्रगति को लेकर जानकारी दी. डीएमआइ परिसर को विश्वस्तरीय बनाने संबंधी एक मॉडल का प्रजेंटेशन दिया गया.
सीएम को दी गयी योजना की जानकारी
भितिहरवा की बुनियादी शिक्षा की पुनर्कल्पना परियोजना की अदिति ठाकुर ने परियोजना के उद्देश्य के बारे में सीएम को जानकारी दी. इसके तहत बुनियादी शिक्षा में आज की आवश्यकता के अनुरूप पाठ्यक्रम को शामिल करना, शिक्षकों को बुनियादी शिक्षा की ओर उन्मुख करना, बच्चों के माता–पिता तथा स्थानीय समुदाय को बुनियादी शिक्षा की ओर जागृत एवं प्रेरित करना और शिक्षाविदों एवं शिक्षा प्रशासकों का एक नेटवर्क विकसित करना है.
सहभागी शासन के साथ पंचायतों के सशक्तिकरण से सबंधित विषय पर अमृता धीमान द्वारा प्रजेंटेशन दिया गया. उन्होंने मुजफ्फरपुर जिले के अमराक प्रखंड की महिलाओं द्वारा स्वच्छता के लिए किये जा रहे कार्य, बेस्ट मैनेजमेंट, पर्यावरण के अनुकूल वस्तुओं का निर्माण करना, आदि के संबंध में बताया.
सीएम को भेंट किया गया प्रतीक िचह्न
बैठक में मुख्यमंत्री को पूर्व मुख्य सचिव तथा विकास प्रबंधन संस्थान के बोर्ड ऑफ गवर्नेंस के चेयरमैन अनूप मुखर्जी ने प्रतीक चिह्न भेंट किया. बैठक में मुख्यमंत्री के परामर्शी अंजनी कुमार सिंह,मुख्य सचिव दीपक कुमार, अपर मुख्य सचिव शिक्षा आरके महाजन, अपर मुख्य सचिव सहकारिता अतुल प्रसाद, पंचायती राज विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा, नगर विकास विभाग के प्रधान सचिव चैतन्य प्रसाद, वित्त विभाग के प्रधान सचिव एस सिद्धार्थ, मुख्यमंत्री के प्रधान सचिव चंचल कुमार, पशु एवं मत्स्य संसाधन विभाग की सचिव एन विजयालक्ष्मी, मुख्यमंत्री के सचिव मनीष कुमार वर्मा, ग्रामीण विकास के सचिव अरविंद कुमार चौधरी, जीविका के मुख्य कार्यपालक पदाधिकारी बालमुरुगन डी, मुख्यमंत्री सचिवालय के अपर सचिव चंद्रशेखर सिंह, कंफेड की एमडी शिखा श्रीवास्तव, मुख्यमंत्री के ओएसडी गोपाल सिंह सहित विकास प्रबंधन संस्थान से जुड़े अन्य फैकल्टी मेंबर एवं अधिकारी उपस्थित थे.

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