पटना : समस्तीपुर रेल मंडल के समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड पर किशनपुर-रामभद्रपुर के बीच 12 नंबर पुल के पास की जमीन धंसने से ट्रेन परिचालन शनिवार की सुबह रोक दिया गया है. वहीं, धनबाद रेलमंडल के गया-कोडरमा रेलखंड के दिलवा स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर चट्टान गिरने से शनिवार को पांच घंटे से डाउन लाइन पर परिचालन बाधित रहा. इधर, आरा-सासाराम-पंडित दीनदयाल उपाध्याय जंक्शन रेलखंड पर भारी बारिश का पानी आ गया है.
पूर्व मध्य रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी राजेश कुमार ने शनिवार की सुबह बताया कि समस्तीपुर मंडल के अंतर्गत समस्तीपुर-दरभंगा रेल खंड पर किशनपुर-राम भद्रपुर के मध्य पुल नंबर 12 के पास की जमीन धंसने के कारण तटबंध बह जाने से ट्रेन परिचालन को रोक दिया गया है. इससे कई ट्रेनें प्रभावित हो गयी हैं. ट्रेन परिचालन रोक दिये जाने से ट्रेन नंबर 15284 दरभंगा में शनिवार सुबह 5:59 बजे से, ट्रेन नंबर 13185 मुक्तापुर में 5:50 बजे से, ट्रेन नंबर 19166 दरभंगा में 5:55 बजे से, ट्रेन नंबर 15283 रुसेराघाट में 6:26 बजे से और ट्रेन नंबर 15212 समस्तीपुर में 5:32 से खड़ी है.
समस्तीपुर में लगातार हो रही मूसलधार बारिश कारण समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड पर एक बार फिर से ट्रेनों का परिचालन बाधित हो गया है. समस्तीपुर-दरभंगा रेलखंड स्थित रामभद्रपुर-किशनपुर स्टेशन के बीच धनहर गांव के निकट पुल संख्या 12 के बगल में रेलवे ट्रैक के नीचे बरसात के कारण लगातार मिट्टी कटाव होने से यह समस्या उत्पन्न हो गयी है. बताते चले कि शुक्रवार की दोपहर भी मिट्टी के कटाव से लगभग दो घंटे से तक ट्रेनों परिचालन बाधित रहा था. मिट्टी भराई एवं पत्थर डालने के बाद करीब दस से बारह किमी की स्पीड से ट्रेनों का परिचालन शुरू किया गया, लेकिन लगातार हो रही मूसलधार बारिश के कारण फिर से मिट्टी धंसने लगी और रेल मंडल के अघिकारियों ने जायजा लेने के बाद ट्रेनों के परिचालन पर अगले आदेश तक रोक लगा दी है. सीनियर डीसीएम सह मीडिया प्रभारी बिरेंद्र कुमार ने बताया कि किशनपुर-रामभद्रपुर के बीच दस किमी की स्पीड से परिचालन शुरू किया गया था, लेकिन फिर से मिट्टी धंसने लगी. इस कारण से सुरक्षा को देखते हुए ट्रेनों का परिचालन रोक दिया गया है. युद्धस्तर पर कार्य जारी है, ताकि मिट्टी के धंसान को रोका जा सके.
वहीं, धनबाद रेल मंडल के गया-कोडरमा रेल खंड के दिलवा स्टेशन के पास रेलवे ट्रैक पर चट्टान गिरने के कारण शनिवार को पांच घंटे डाउन लाइन पर परिचालन बाधित रहा. शुक्रवार की रात करीब दो बजे मुसलाधार बारिश के कारण पहाड़ से टूट कर पत्थर का बड़ा टुकड़ा रेलवे ट्रैक पर गिर पड़ा. रेलवे ट्रैक पर मलबा आ जाने की घटना की जानकारी मिलते ही मौके पर रेलकर्मी पहुंचे और चट्टान हटाने के काम में लग गये. पांच घंटे के प्रयास के बाद रेलवे ट्रैक से चट्टान हटाया जा सका. शनिवार की सुबह करीब 7:35 बजे डाउन लाइन पर परिचालन शुरू किया गया. घटना के कारण राजधानी समेत कई महत्वपूर्ण ट्रेन विभिन्न स्टेशनों पर घंटों खड़ी रहीं. अच्छी बात रही कि चट्टान गिरने के समय कोई ट्रेन नहीं गुजर रहीं थीं. अन्यथा एक बड़ा हादसा हो सकता था.