मसौढ़ी : जलसंचय से ही जीवन व हरियाली

मसौढ़ी : जलसंचय से ही जीवन व हरियाली संभव है. इसके लिए यथा संभव प्रयास करने की आवश्यकता है. उक्त बातें धनरूआ प्रखंड स्थित इ- किसान भवन में शुक्रवार को जल-जीवन हरियाली अभियान के तहत आयोजित जागरूकता शिविर सह किसान गोष्ठी का दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन करने के बाद प्रखंड कृषि पदाधिकारी राजेश कुमार ने […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | September 28, 2019 9:43 AM
मसौढ़ी : जलसंचय से ही जीवन व हरियाली संभव है. इसके लिए यथा संभव प्रयास करने की आवश्यकता है. उक्त बातें धनरूआ प्रखंड स्थित इ- किसान भवन में शुक्रवार को जल-जीवन हरियाली अभियान के तहत आयोजित जागरूकता शिविर सह किसान गोष्ठी का दीप प्रज्ज्वलित कर उद्घाटन करने के बाद प्रखंड कृषि पदाधिकारी राजेश कुमार ने कही. उन्होंने किसानों को कम सिंचाई निर्भरता वाली फसलों जैसे सोयाबीन की खेती करने की सलाह दी.
जैविक खेती पर बल देते हुए उन्होंने कहा कि इससे मिट्टी की उर्वरता व जलधारण क्षमता में तो वृद्धि होगी ही मानव स्वास्थ्य में सुधार की संभावना बढ़ेगी व खेती की लागत पूंजी में कमी आयेगी. उन्होंने मत्स्यपालन व सिंचाई हेतु तालाब,पईन व आहर का निर्माण कर वर्षा के जल का संचय व उपयोग करने का सुझाव दिया.पौधरोपण कर जलवायु परिवर्तन के दुष्प्रभाव से बचा जा सकता है. गोष्ठी को प्रखंड उद्यान पदाधिकारी प्रमोद कुमार, नोडल कृषि समन्वयक विपिन कुमार सिन्हा, प्रशिक्षक रंजीत कुमार आदि ने भी संबोधित किया.
इधर, मसौढ़ी में ही मनरेगा के तहत जल-जीवन हरियाली को लेकर शुक्रवार को प्रखंड स्थित डवा‍करा भवन में बैठक हुई. इसमें मनरेगा पदाधिकारी मीना प्रभा ने कहा कि जल-जीवन हरियाली को लेकर प्रखंड के हर पंचायत में दो यूनिट (400) पौधा लगाना है. इसकी शुरुआत गांधी जयंती के दिन दो अक्तूबर से होगी.
बीडीओ पंकज कुमार ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति अपनी निजी जमीन पर भी पौधा लगाना चाहता है, तो उसे भी इसकी सुविधा मिलेगी. सरकारी कार्यालयों पर वाटर हार्वेस्टिंग की व्यवस्था होगी. उन्होंने पानी की बर्बादी को रोकने को लेकर हर पंचायत में किये जानेवाले उपाय की भी जानकारी दी. मौके पर मनरेगा के कनीय अभियंता अमलेंदु कुमार, मुखिया आदि मौजूद थे.

Next Article

Exit mobile version