पटना : राज्य में शनिवार को हुई भारी बारिश से पूरा जन जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. पिछले 48 घंटे से हो रही बारिश से राजधानी समेत कई जिलों में बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गयी है. राजधानी पटना के कई इलाकों में नाव चलने की स्थिति बन गयी. जिला प्रशासन से सभी स्कूलों को अगले आदेश तक बंद करने का निर्देश दिया है.
परीक्षाएं स्थगित कर दी गयीं. गया और कैमूर जिले में भारी वर्षा से मिट्टी की दीवार गिर जाने से अलग-अलग स्थानों पर चार लोगों की मौत हो गयी है. भारतीय मौसम विज्ञान केंद्र ने अगले दो दिनों तक भारी वर्षा की चेतावनी दी है. तीन अक्तूबर तक स्थिति सामान्य हो पायेगी. दक्षिण-पश्चिम मानसून ने पूरे बिहार को घेर रखा है.
वैशाली के जंदाहा और नवादा के रजौली में सबसे अधिक वर्षा हुई है. भीषण वर्षा को देखते हुए राज्य के आला अधिकारियों ने राजधानी के कई इलाकों का जायजा लिया. अगले चौबीस घंटों में पटना, गया में भारी वर्षा, भागलपुर और पूर्णिया में मध्यम से भारी वर्षा की आशंका जतायी गयी है.
दर्जन भर ट्रेनों के मार्ग में बदलाव : मुख्य सचिव दीपक कुमार ने लोगों को सतर्क रहने को कहा है. रेल प्रशासन ने दर्जन भर ट्रेनों के मार्ग में बदलाव किया है. चार ट्रेनों के परिचालन को शनिवार को रद्द कर दिया गया. इनमें तिलैया-दानापुर सवारी गांड़ी, जयनगर-पटना इंटरसिटी, पटना-भभुआ इंटरसिटी और पटना से धनबाद जाने वाली गंगा-दामोदर एक्सप्रेस को शनिवार को रद्द करने का निर्णय लिया गया.
भारी वर्षा के कारण बीएसएनएल मोबाइल सेवा पूरे राज्य में ठप हो गया है. आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों को राहत दिलाने व बचाव कार्य के लिए हेल्पलाइन नंबर जारी किया है. एनडीआरएफ की सात और एसडीआरएफ की चार टीमें राहत और बचाव कार्यों में लगायी गयी है. इनमें से पटना में एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की एक-एक टीम को तैनात किया गया है.