आसमान से बरसा तबाही का पानी, पटना सदर
पटना : शायद लोगाें ने ऐसे हालात पहले नहीं देखे थे जो शनिवार को देखा. शुक्रवार की रात से ही बारिश शुरू हुई तो बंद नहीं हुई. बीच-बीच में तेज और मध्यम होती रही. हालात यह हो गये कि लोगों आसमान से बरस रही इस आफत से निपटने में जूझते रहे तो दूसरी तरफ तबाही […]
पटना : शायद लोगाें ने ऐसे हालात पहले नहीं देखे थे जो शनिवार को देखा. शुक्रवार की रात से ही बारिश शुरू हुई तो बंद नहीं हुई. बीच-बीच में तेज और मध्यम होती रही. हालात यह हो गये कि लोगों आसमान से बरस रही इस आफत से निपटने में जूझते रहे तो दूसरी तरफ तबाही की बारिश होती रही. जिला प्रशासन की रिपोर्ट के मुताबकि सुबह के 8.30 बजे से लेकर शाम के 5.20 बजे तक 33.6 एमएम रिकार्ड बारिश हुई है.
इस बारिश ने शहर में रह रहे लोगों के जीवन को अस्त-व्स्त कर दिया. घरों में पानी भर गये, छोटे-छोटे बच्चे दूध के लिए परेशान रहे. हालांकि प्रशासन की तरफ से कुछ इंतजाम किया गया था, लेकिन यह नाकाफी साबित हुआ.
क्योंकि आफत एक जगह नहीं थी बल्कि पूरे शहर में थी. फिलहाल प्रशासन की तरफ से राहत कार्य जारी है. वहीं बारिश भी देर रात बंद नहीं हुई थी.
रात 8 बजे तक गांधी घाट पर
49.42 रहा जलस्तर, 37 सेमी घटा
डीएम द्वारा जारी की गयी रिपोर्ट में एक खास बात यह है कि शहर में बारिश से भले ही तबाही रही लेकिन नदियों के जलस्तर में वृद्धि नहीं हुयी है. जिला प्रशासन का दावा है कि गंगा नदी का पानी लगातार घट रहा है. शनिवार की रात 8 बजे तक 49.42 मीटर जलस्तर हो गया था. यह सुबह से 37 सेंटीमीटर पानी घटा है. ताज्जुब है कि इतनी बारिश होने के बाद भी जलस्तर नहीं बढ़ा है. एक तरह से राहत है.