पटना : सरकारी अस्पतालों में इमरजेंसी चली, प्राइवेट में डॉक्टर नहीं पहुंचे
पटना : राजधानी में बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त व्यस्त कर दिया है. इससे स्वास्थ्य सेवाएं भी बुरी तरह से प्रभावित हुई है. गर्दनीबाग, राजेंद्र नगर और राजवंशी नगर अस्पताल में जलजमाव होने के कारण वहां पर इलाज होने में परेशानी पेश आ रही है. इसके अलावा पीएमसीएच, आइजीआइएमएस और गार्डिनर रोड अस्पताल […]
पटना : राजधानी में बारिश ने जनजीवन को पूरी तरह अस्त व्यस्त कर दिया है. इससे स्वास्थ्य सेवाएं भी बुरी तरह से प्रभावित हुई है. गर्दनीबाग, राजेंद्र नगर और राजवंशी नगर अस्पताल में जलजमाव होने के कारण वहां पर इलाज होने में परेशानी पेश आ रही है. इसके अलावा पीएमसीएच, आइजीआइएमएस और गार्डिनर रोड अस्पताल में इमरजेंसी सेवाएं काम कर रही हैं.
पीएमसीएच में रविवार होने के कारण ओपीडी सेवाएं नहीं संचालित की जा सकी, लेकिन इमरजेंसी में दो सौ से ज्यादा मरीज भर्ती हुए हैं. यहां कुल 40 मरीज एनएमसीएच से भी पहुंचे जो पूरी तरह जलमग्न हो चुका है. वहीं, दूसरे अस्पतालों से आये हुए मरीजों को आइपीडी में ट्रांसफर किया गया है. अभी हाल यह है कि एनएमसीएच से मरीजों का आना लगातार जारी है.
पीएमसीएच ने डॉक्टरों को लाने के लिए गाड़ी की व्यवस्था की : अधीक्षक डॉ राजीव रंजन प्रसाद ने बताया कि पीएमसीएच ने डॉक्टरों को उनके घरों से अस्पताल तक लाने के लिए गाड़ियों की व्यवस्था की है.
गाड़ी वहां तक जा रही है, जहां बंद नहीं हो. वहां से डॉक्टरों को रिसीव कर अस्पताल के ऑफिस तक लाया जा रहा है. इलाज में कहीं कोई दिक्कत नहीं हो इसके लिए यहीं पर लगातार डॉक्टरों को रखा जा रहा है. उन्होंने बताया कि शनिवार को तो काफी कम संख्या में ओपीडी में मरीजों की उपस्थिति हुई थी. लेकिन, सोमवार से ओपीडी सेवा सुचारु रूप से संचालित होगी.
50 मरीजों में डायरिया व बुखार के लक्षण मिले : इधर, गार्डिनर रोड अस्पताल में रविवार को इमरजेंसी में 50 मरीज आये जिसमें डायरिया और बुखार के लक्षण मिले. यहां ऑन ड्यूटी डॉ एससी झा ने बताया कि मरीजों में डायरिया के लक्षण पाये गये हैं. लोग पानी को खौलाकर ठंडा करें, उसके बाद ही पीएं. राजवंशीनगर हड्डी अस्पताल में ऑन ड्यूटी डॉ वीरेंद्र सिंह का कहना था कि कुल सात मरीज इमरजेंसी में भर्ती हुए हैं, जिनका इलाज किया जा रहा है.
प्राइवेट अस्पताल में डॉक्टरों का संकट
शहर के प्राइवेट अस्पतालों में डॉक्टरों का संकट है. तारा नर्सिंग होम में भर्ती मुजफ्फरपुर के एक मरीज कुंदन के परिजन उज्जवल ने बताया कि यहां दो दिनों से डॉक्टर नहीं पहुंच सके हैं.
लोहियानगर, पीसी कॉलोनी, कंकड़बाग के आशीर्वाद नर्सिंग होम में अपनी बेटी की सर्जरी के लिए आये कुमार गौरव ने कहा कि हमारे पास खाने की भी समस्या हो गयी है. कृप्या हमारी मदद करें. इधर रूबन मेमोरियल अस्पताल में भर्ती मरीजों की भी हालत खराब है, क्योंकि वह वहां से निकल नहीं पा रहे हैं. यहां पर डॉक्टरों की भी पहुंच आसान नहीं है क्योंकि काफी पानी भरा हुआ है.