सभी संप हाउसों को 24 घंटे चलाने का निर्देश
पटना : भारी बारिश से पटना और पूरे राज्य में उत्पन्न स्थिति से निबटने के लिए सरकार ने सोमवार को चौतरफा कदम उठाया. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार की दोपहर पटना का हवाई जायजा लिया. जल संसाधन मंत्री संजय झा और मुख्य सचिव दीपक कुमार के साथ उन्होंने पटना और आसपास के हालात का आकलन किया. जायजा लेने के बाद मुख्यमंत्री ने डीएम और एसपी के साथ वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की.
आला अधिकारियों के साथ उन्होंने बक्सर, आरा, रोहतास, नालंदा, नवादा, भागलपुर, कटिहार, खगड़िया, जहानाबाद, अरवल, बेगूसराय, मुंगेर, समस्तीपुर, दरभंगा, मधुबनी, सीतामढ़ी, शिवहर जिले के डीएम से उनके जिलों में बारिश की स्थिति की समीक्षा की. मुख्यमंत्री ने जलजमाव, नदियों के जलस्तर की स्थिति, तटबंधों की निगरानी, नावों की व्यवस्था, दवा की उपलब्धता, रिलीफ कैंप, चलाये जा रहे कम्युनिटी किचेन समेत अन्य तैयारियों के बारे में भी जानकारी ली और जरूरी निर्देश दिये. मौसम विभाग ने बांका, भागलपुर, अररिया, किशनगंज और पूर्णिया में सामान्य से अधिक वर्षा होने की आशंका जताते हुए सतर्क रहने को कहा है. सरकार के निर्देश पर पटना में सेना के दो हेलीकाप्टर बुलाये गये.
सोमवार को कुछ इलाकों में हेलीकाप्टर से फुड पैकेट राजेंद्र नगर इलाके में गिराये गये. सेना के हेलीकाप्टर एमआइ-17 मंगलवार की सुबह पांच बजे से ही राजधानी के विभिन्न इलाकों मेें राहत कार्य व खाद्य सामग्री बाटी जायेगी. केंद्रीय कानून मंत्री और पटना साहिब के सांसद रविशंकर प्रसाद भी जलमग्न इलाकों का दौरा किया. उन्होंने बताया कि कोल इंडिया के दो संप को पटना लाने का निर्देश दिया है. जरूरत पड़ी तो रात में भी चलेगा राहत कार्य : मुख्य सचिव ने कहा कि खगड़िया, बेगूसराय, बांका और भागलपुर में ज्यादा बारिश हुई है. राहत एवं बचाव कार्य सभी प्रभावित जिले में चलाये जा रहे हैं. जो जिले ज्यादा प्रभावित हैं, वहां मुख्यमंत्री ने वीडियो कॉफ्रेंस में ज्यादा फोकस करने को कहा है.
पटना में 24 घंटे चल रहा संप, राजेंद्रनगर में बुधवार को आयेगी बिजली : इधर, देर शाम चली सीएम की समीक्षा बैठक के बाद मुख्य सचिव दीपक कुमार ने प्रेस कांफ्रेंस कर कहा कि राजेंद्र नगर इलाके में मंगलवार के बाद से बिजली कनेक्शन मुहैया करायी जायेगी. जबकि, कंकड़बाग इलाके में बिजली कनेक्शन उपलब्ध कराने के प्रयास देर शाम से शुरू कर दिये गये हैं. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री के निर्देश पर राजधानी से पानी निकालने के लिए सारे संप को चौबीस घंटे चालू रखा गया है. विलासपुर से आ रहे कोल इंडिया के संप के मंगलवार की सुबह तक पटना पहुंचने की संभावना है. उन्होंने भरोसा दिलाया कि सब कुछ ठीक रहा तो अगले दो से तीन दिनों में शहर से भारी मात्रा में पानी निकल जायेगा.
आज से घुमेगी मेडिकल टीम प्रभावित इलाकों में ट्रैक्टर से भी राशन पहुंचाया जा रहा है. अब तक दो लाख लीटर पानी लोगों तक पहुंचाया जा चुका है. पानी निकलने के बाद संभावित बीमारी के खतरों को देखते हुए मंगलवार से मेडिकल टीम सभी प्रभावित इलाकों में जायेगी.
तीन दिनों में पटना में हुई 342.5 मीमी वर्षा
समीक्षा में बताया गया कि पटना में पिछले तीन दिनों के दौरान 342.5 मीमी वर्षा हुई है. जबकि समस्तीपुर में 400 मिमी वर्षा हुई है. अगले 24 घंटे में छह जिलों पूर्णिया, कटिहार, किशनगंज, अररिया, भागलपुर और बांका में सामान्य से अधिक बारिश का अनुमान है. जबकि कुछ इलाकों में सामान्य वर्षा होगी और उसके बाद स्थिति सामान्य हो जायेगी.
पटना डीएम से ली खास खासतौर से जानकारी
सीएम ने पटना डीएम कुमार रवि से खासतौर से जलजमाव और राहत कार्यों की जानकारी ली. डीएम ने राजेन्द्र नगर, कंकड़बाग, भूतनाथ रोड, कांटी फैक्ट्री रोड, मलाही पकड़ी, एसके पुरी क्षेत्र में ज्यादा जलजमाव की जानकारी दी. डीएम ने कहा, लोगों तक राहत पहुंचाने के लिए आधा लीटर दूध पैकेट समेत पानी का बोतल समेत अन्य चीजें दी जा रही हैं. एयर ड्रॉप के माध्यम से राजेन्द्र नगर के पश्चिमी इलाके और अन्य क्षेत्रों में फूड पैकेट समेत अन्य सामग्री पहुंचायी जा रही है. राजेन्द्र नगर इलाके से पानी की निकासी पहाड़ी से होता है. वहां पहले से 198 एचपी का मशीन काम कर रहा है. 575 एचपी का डीजल मशीन अतिरिक्त लगाया गया है.
सीएम ने किया हवाई सर्वे
बारिश से पटना समेत 15 जिलों में 16,50 लाख की आबादी प्रभावित
पटना : आपदा प्रबंधन विभाग के मुताबिक पटना समेत राज्य के 15 जिलों में बाढ़ और जल जमाव से 16,50 लाख की आबादी प्रभावित है. 95 प्रखंड की 464 पंचायत के 758 गांवों की जनसंख्या प्रभावित हुई है. इनकी सहायता के लिए 17 राहत शिविर , 226 सामुदायिक रसोई, 1153 नाव और 18 एनडीआरएफ, एसडीआरएफ टीम को काम में लगाया गया है. वहीं, इस दौरान अत्याधिक वर्षा के कारण 22 लोगों की मौत हुई है. तीन लोगों के घायल होने की सूचना है. पटना के जल जमाव वाले क्षेत्रों में वायुसेना के हेलीकॉप्टर से फूड पैकेट गिराये गये हैं. फूड पैकेट में दवा, चुड़ा, गुड़, मोमबत्ती, दीया और सलाई, पानी का बोतल और आलू डाला गया है.
इन जिलों के लोग हुए प्रभावित: पटना, भोजपुर, भागलपुर, नवादा, नालंदा, खगड़िया, समस्तीपुर, लखीसराय, बेगूसराय, वैशाली, बक्सर, कटिहार, जहानाबाद, अरवल, दरभंगा जिले मुख्य रूप से प्रभावित हुए हैं. जिला प्रशासन एवं एसडीआरएफ, एनडीआरएफ टीम के माध्यम से प्रभावित जनसंख्या को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है.
पटना में एनडीआरएफ की छह टीम, जिसमें 225 जवान शामिल हैं और एसडीआरएफ की दो टीम , जिसमें 81 जवान शमिल हैं. 49 मोटरवोट से लोगों को निकाला जा रहा है. जिला प्रशासन के द्वारा पेयजल, फूड पैकेट एवं दूध पैकेट का वितरण कराया गया और सामुदायिक रसोई आठ जगहों पर शुरू कराया गया है.
भागलपुर के कई नये इलाकों में घुसा बाढ़ का पानी
नालंदा जिले के रहुई प्रखंड में पंचाने नदी का बायां लघु तटबंध क्षतिग्रस्त हो गया
जहानाबाद के रतनी फरीदपुर प्रखंड में बेलदइया नंदी का दायां लघु तटबंध क्षतिग्रस्त
नालंदा के एकंगरसराय में फल्गु नदी का दायां लघु तटबंध और कराय परशुराय के करीब भूतही नदी का दायां लघु तटबंध व रघुबिगहा के निकट दायां और बायां तटबंध क्षतिग्रस्त
मधुबनी में कमला बलान नदी खतरे के निशान से दो फुट ऊपर
समस्तीपुर में हायाघाट-थलवारा रेलखंड पर सिग्नल फेल. बिहार संपर्क सहित कई ट्रेनें चली मेमो पर
जलजमाव वाले स्कूलों में गांधी कथा वाचन स्थगित
पटना : बच्चों की सुरक्षा को लेकर जल जमाव से प्रभावित प्राथमिक एवं मध्य सरकारी स्कूलों में गांधी जयंती(2 अक्तूबर ) के अवसर पर प्रस्तावित सभी कार्यक्रम मसलन गांधी कथा वाचन और जल-जीवन-हरियाली व अन्य गतिविधियां स्थगित कर दी गयी हैं. बिहार शिक्षा परियोजना परिषद के निदेशक संजय सिंह ने इस संबंध में सभी जिला शिक्षा अधिकारियों एवं विद्यालय के प्रधानाध्यापकों को आधिकारिक पत्र जारी कर दिया है.
पत्र में कहा गया है कि बच्चों की सुरक्षा सर्वोपरि है. लिहाजा ऐसे विद्यालय जहां पानी भरा है, वहां गांधी जयंती पर आयोजित किये जाने वाले कार्यक्रम स्थगित कर दिये जाएं. पत्र में यह भी साफ किया है कि परिस्थितियों का आकलन करने के बाद संभव हो तो ऐसे कार्यक्रम किसी दूसरी सुरक्षित जगह भी आयोजित कराये जा सकते हैं. बता दें कि भारी वर्षा की वजह से तकरीबन समूचे बिहार में हजारों स्कूलों में पानी भरा है.
घर-घर कूड़ा उठाव व पंचायत सरकार भवन शिलान्यास कार्यक्रम स्थगित
राज्य में भारी बारिश के कारण दो अक्तूबर से आरंभ होनेवाली कई योजनाओं का उद्घाटन -शिलान्यास का कार्यक्रम स्थगित कर दिया गया है. पंचायती राज विभाग द्वारा दो अक्तूबर से राज्य की सभी पंचायतों में घर-घर कूड़ा उठाव का कार्य का आरंभ किया जाना था. इसी तरह से 1435 पंचायतों में पंचायत सरकार भवनों के शिलान्यास का कार्यक्रम निर्धारित था. विभाग द्वारा इन दोनों कार्यक्रम को बारिश के कारण राज्य में उत्पन्न आपदा को देखते हुए स्थगित कर दिया गया .
जल-जीवन हरियाली कार्यक्रम भी आगे बढ़ा
पटना : दो अक्तूबर से पूरे राज्य में शुरू होने वाले जल जीवन हरियाली कार्यक्रम को फिलहाल स्थगित कर दिया गया है.मुख्य सचिव दीपक कुमार ने बताया कि गांधी जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में इस अभियान की घोषणा की जायेगी, मगर कार्यक्रम को बाद में लागू किया जायेगा. ग्रामीण विकास विभाग के सचिव अरविंद कुमार चौधरी ने बताया कि कार्यक्रम स्थगित करने के बाद अभी आगे की तारीख तय नहीं की गयी है. हालांकि, विभाग के अन्य अधिकारियों के अनुसार जल जीवन हरियाली कार्यक्रम अब दशहरा बाद शुरू किया जायेगा.
गौरतलब है कि सरकार के 12 विभागों के संयुक्त प्रयास से इस कार्यक्रम की शुरुआत होनी है. इसमें ग्रामीण विकास विभाग को नोडल बनाया गया है. मुख्यमंत्री के उद्घाटन के बाद पहले फेज में कम से कम एक पंचायत में कार्यक्रम शुरू किया जाना है. ग्रामीण विकास विभाग पौधारोपण, जल संचयन संरचनाओं के विकास सहित 11 मानकों पर जल जीवन हरियाली कार्यक्रम की शुुरुआत करने वाला है. इसमें सार्वजनिक तालाबों, आहर, पोखर व अन्य संरचनाओं को अतिक्रमणमुक्त करना, उनका जीर्णोद्धार करना.
कुओं को अतिक्रमण मुक्त कर उनका जीर्णोद्धार करना, सार्वजनिक कुओं, हैंडपंप, नलकूपों के किनारे सोख्ता व अन्य जल संचयन का निर्माण करना, छोटी नदियां व पहाड़ों से निकलने वाले जल संचयन में चैकडैम का निर्माण करना, जल क्षेत्र की कमी वाले क्षेत्रों में जल ले जाना, रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगाना, पौधशाला सृजन व सघन पौधारोपण करना, वैकल्पिक फसलों व ड्रॉपिंग सिंचाई व अन्य नयी तकनीक का उपयोग करना, सौर ऊर्जा का उपयोग के अलावा जल जीवन हरियाली जागरूकता का अभियान चलाया जाना है.
13 जुलाई को हुआ था निर्णय
13 जुलाई को विधान मंडल के बाद कार्यक्रम की रूप रेखा तैयार की गयी थी. नौ अगस्त को सीएम नीतीश कुमार की ओर से इसकी घोषणा की गयी थी और दो अक्तूबर को विधिवत कार्यक्रम का उद्घाटन किया जाना था. योजना की जागरूकता के लिए ग्राम, प्रखंड व जिला स्तर पर दीवार लेखन, होर्डिंग, जागरूकता रथ, जागरूकता रैली, हस्ताक्षर अभियान, संगोष्ठी कचरा सफाई अभियान से लेकर अन्य कार्यक्रम चलाये जायेंगे.
बढ़ेगा गंगा का जल स्तर
गंगा नदी का जलस्तर भागलपुर में आज दोपहर तक 14 सेमी बढ़ोतरी की आशंका, साहेबगंज में सात सेमी, कहलगांव में 20 सेमी और मुंगेर में नौ सेमी बढ़ने की संभावना
खगड़िया, बेगूसराय, बांका और भागलपुर में हुई ज्यादा बारिश
पटना, मुजफ्फरपुर, सुपौल, अररिया, बांका, भागलपुर, सहरसा, अररिया, मधेपुरा, भोजपुर, जहानाबाद, अरवल, नालंदा, शेखपुरा, बेगूसराय, लखीसराय, कटिहार, मुंगेर, खगड़िया और शिवहर को सतर्क रहने की सलाह