बाढ़ पीड़ित क्षेत्र में पहुंचे डीएम ग्रामीणों ने किया घेराव

पटना/मसौढ़ी/फुलवारी : गुरुवार की शाम बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण करने पहुंचे जिलाधिकारी कुमार रवि व एसएसपी गरिमा मलिक का कंडाप तारणपुर गांव के पास पटना सुरक्षा बांध के पास बंगलापर गांव के ग्रामीणों ने घेराव किया. उनका आरोप था कि बाढ़ के पानी से घिरे गांव के लोग बेहाल हैं और प्रशासन उनकी सुध […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 4, 2019 6:39 AM

पटना/मसौढ़ी/फुलवारी : गुरुवार की शाम बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण करने पहुंचे जिलाधिकारी कुमार रवि व एसएसपी गरिमा मलिक का कंडाप तारणपुर गांव के पास पटना सुरक्षा बांध के पास बंगलापर गांव के ग्रामीणों ने घेराव किया.

उनका आरोप था कि बाढ़ के पानी से घिरे गांव के लोग बेहाल हैं और प्रशासन उनकी सुध नहीं ले रहा. उन्होंने चेतावनी दी की और पानी बढ़ने की स्थिति में सुरक्षा प्रदान नहीं की गयी तो हम सभी ग्रामीण मिल प्रशासन के लाख पहरा के बावजूद पटना सुरक्षा बांध को काट देंगे. हालांकि ग्रामीणों की इस आवाज को जिलाधिकारी नहीं सुन पाये. बाद में सभी को समझा बुझा कर जिलाधिकारी आगे बढ़ गये.
पुनपुन में जिलाधिकारी ने की समीक्षा बैठक : पुनपुन प्रखंड के ऊपर मंडरा रहे बाढ़ के खतरे को देखते हुए गुरुवार की शाम जिलाधिकारी अपने अधीनस्थ कर्मियों के साथ समीक्षा बैठक की. इस बाबत प्रशिक्षु सीओ सह बीडीओ अर्शी शाहीन ने बताया कि जिलाधिकारी प्रखंड के कई गांवों में जाकर नदी के पानी की स्थिति का जायजा लिया.
जाहिदपुर गांव के प्रभावित लोगों के लिए पुनपुन स्थित आंबेदकर छात्रावास में रहने की व्यवस्था की जा रही है. साथ ही सामुदायिक भोजनालय की भी व्यवस्था की गयी है. समाचार लिखे जाने तक जिलाधिकारी पुनपुन में ही जमे हुए थे.
धीरे-धीरे घट रहा गंगा का पानी
दानापुर. गंगा का जलस्तर धीरे-धीरे घट रहा है. हालांकि दियारे के निचले व तटर्वीत इलाका अभी भी जलमग्न है और दर्जनों गांवों बाढ़ के पानी से घिरे हैं. सैकड़ों बीघे में लगी फसल पानी में डूब गयी है. मकई व हरी सब्जी की खेती प्रभावित हुई है. दियारे की गंगहरा, पतलापुर, हेतनपुर, पुरानी पानापुर, कासीमचक, मानस व अकिलपुर पंचायतों के दर्जनों गांवों बाढ़ के पानी से घिरे हुए हैं.
सड़कों पर दो-तीन फुट और खेतों में तीन-चार फुट तक पानी बह रहा है. लोगों का कहना है कि अभी तक प्रशासनिक स्तर पर बचाव व राहत कार्य शुरू नहीं किया गया है. बचाव व राहत कार्य नहीं किये जाने से बाढ़ प्रभावित लोगों में आक्रोश देखा जा रहा है. बाढ़ नियंत्रण केंद्र के अनुसार गुरुवार को गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से करीब एक फुट नीचे बह रहा है.

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