पटना पश्चिम इलाके में अब भी घुटने तक पानी

पटना : बारिश के बाद हुए जलजमाव से 10वें दिन भी पटना पश्चिम के विभिन्न इलाकों के लोग घुटने तक पानी में आने-जाने को मजबूर है. पटना पश्चिम के पाटलिपुत्र कॉलोनी, केसरी नगर, राजीव नगर के कर्पूरी भवन का पिछला इलाका, नेपाली नगर, इंदिरा नगर सहित आसपास के इलाके में पानी जमा हैं. पानी से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 7, 2019 2:50 AM

पटना : बारिश के बाद हुए जलजमाव से 10वें दिन भी पटना पश्चिम के विभिन्न इलाकों के लोग घुटने तक पानी में आने-जाने को मजबूर है. पटना पश्चिम के पाटलिपुत्र कॉलोनी, केसरी नगर, राजीव नगर के कर्पूरी भवन का पिछला इलाका, नेपाली नगर, इंदिरा नगर सहित आसपास के इलाके में पानी जमा हैं. पानी से बदबू आने लगी है. अगर पानी निकालने के साथ तुरंत चूना, ब्लीचिंग पाउडर का छिड़काव नहीं हुआ, तो बीमारी की आशंका बढ़ सकती है.

पाटलिपुत्र
पाटलिपुत्र मैदान के सामने दक्षिण में मकान संख्या 24 में घरों तक पहुंचने के लिए मुख्य गेट से पीपा पुल के सहारे लोग आ-जा रहे हैं. कंपाउंड में अभी भी लगभग दो फुट पानी है. पूजा के कारण उस घर में चल रहा एक निजी कार्यालय बंद है. अन्यथा पानी में लोगों को घुसकर जाना पड़ता.
पूर्व मुख्य सचिव विजय शंकर दूबे के आवास की ओर जानेवाली सड़क में अभी भी लगभग डेढ़ फुट पानी जमा है. सहयोग हॉस्पिटल के सामने मुहाने पर जमे गंदे पानी से होकर लोग हॉस्पिटल पहुंच रहे हैं. सड़क के दक्षिण साइड में पाटलिपुत्र टेनिस सेंटर ग्राउंड में जमा पानी को सूखने में लगभग 15 दिन लगेंगे.
अभी भी लगभग तीन फुट पानी जमा है. ग्राउंड के केयर टेकर गोविंद जी ने बताया कि मैदान सहित सड़क पर कमर से ऊपर पानी था. घरों में गंदा पानी घुसने से अब सफाई का काम चल रहा है. पाटलिपुत्र कॉलोनी में पंपों के सहारे पानी निकालने का काम लगातार हो रहा है.
केसरी नगर
आशियाना-कुर्जी नाले के पूरब साइड केसरी नगर की विभिन्न गलियों में लगभग दो फुट से ऊपर पानी जमा है. गलियों में जमा पानी से ही लोगों को आना-जाना पड़ रहा है. जिन घरों में पानी जमा है, वे छोटे मोटरों से पानी निकाल रहे हैं. पूजा पंडालों में मां दुर्गा की प्रतिमा का दर्शन करने के लिए पानी से होकर गुजरना होगा.
राजीव नगर
राजीव नगर में जननायक कर्पूरी भवन के पिछले वाले इलाके में जलजमाव से लोग नारकीय जीवन जीने को मजबूर है. इस इलाके में रहनेवाले सौरभ ने बताया कि घुटने भर पानी से आते-जाते हैं. पानी के सड़ने के बाद काफी बदबू निकल रही है. जलजमाव को लेकर न तो सरकार व न प्रशासन में तत्परता दिख रही है.
नेपाली नगर
राजीव नगर के नेपाली नगर में स्थिति अभी भी भयावह है. लगभग तीन फुट पानी में आना-जाना मजबूरी है. सड़क नहीं होने से उबड़-खाबड़ स्पॉट केसरी नगर के रास्ते में गिर कर लोग घायल भी हो रहे हैं. महिलाओं व बच्चे को सबसे अधिक परेशानी है. कमलेश ने बताया कि कमर भर पानी था. अब कम होकर जांघ तक आया है. पूजा के कारण पानी में घुस कर सामान लगाने के लिए मुख्य सड़क जाना पड़ता है. कोई देखने वाला नहीं है.

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