पटना : प्रभात खबर ने सिविल सर्जन से पूछे सवाल, जवाब मिला-मच्छर पर लगाम लगाना निगम का काम
पटना : डेंगू मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर सिविल सर्जन डॉ आरके चौधरी ने नगर निगम पर निशाना साधा है. सिविल सर्जन ने कहा है कि लोग मच्छर से आतंकित हैं. इसके लिए पटना नगर निगम को पहले ही फॉगिंग शुरू करानी थी. निगम को अपना स्ट्रेंथ बढ़ाने की आवश्यकता है. प्रभात खबर से […]
पटना : डेंगू मरीजों की बढ़ती संख्या के मद्देनजर सिविल सर्जन डॉ आरके चौधरी ने नगर निगम पर निशाना साधा है. सिविल सर्जन ने कहा है कि लोग मच्छर से आतंकित हैं. इसके लिए पटना नगर निगम को पहले ही फॉगिंग शुरू करानी थी. निगम को अपना स्ट्रेंथ बढ़ाने की आवश्यकता है. प्रभात खबर से खास बातचीत में डॉ चौधरी ने विभिन्न मुद्दों पर खुलकर बात की.
— डेंगू मरीजों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, विभाग क्या कर रहा है?
मरीजों के इलाज की पूरी व्यवस्था की गयी है. पीएमसीएच, एनएमसीएच, आइजीआइएमएस और एम्स में मरीजों का इलाज किया जा रहा है. लोग इलाज के बाद स्वस्थ होकर घर भी जा रहे हैं. इसके अलावा हम लगातार जागरूकता अभियान चला रहे हैं. प्रसार माध्यमों के साथ ही ई-रिक्शा के माध्यम से राजधानी और प्रखंडों में भी लोगों को जागरूक कर रहे हैं.
— मच्छरों के लगातार बढ़ने से लोग परेशान हैं, कौन जिम्मेदार है?
मच्छरों के बढ़ने के पीछे नगर निगम जिम्मेदार है. हमारा काम तो फाॅगिंग करना नहीं है न, हम इलाज कर सकते हैं. जो कर रहे हैं. डेंगू के कारण एक भी मौत अबतक नहीं हुई है. निगम को मच्छर पर लगाम के बारे में पहले से सोचना चाहिए. फॉगिंग कराने के साथ ही घर-घर लोगों को अवेयर करना चाहिए.
— लोगों के बीच डेंगू को लेकर इतनी ज्यादा भ्रांतियां क्यों हैं?
लोगों को भी यह जानना चाहिए कि डेंगू कोई हौवा नहीं है.
इस बुखार में जागरूक रहिए. तेज बुखार, बदन और सरदर्द के साथ अांखों के पीछे दर्द हो, त्वचा पर लाल चकते का निशान हो जाये. नाक और मसूढ़े से खून बहे या फिर उल्टी के साथ खून निकले तो तुरंत डेंगू की जांच करानी चाहिए. प्राइमरी जांच पीएचसी में हो रही है. वहां बता दिया जाता है कि प्लेटलेट्स घट गया है, आप इलाज कराइए.
— प्लेटलेट्स की भी कमी की खबरें आ रही है.
इसे लेकर हमारे पास कोई शिकायत नहीं आयी है. यदि लोगों को लगता है कि प्लेटलेट्स नहीं मिल रहा है तो हमारे नंबर 9470003600 पर अविलंब बात कर शिकायत करें. सभी ब्लड बैंक को इसके लिए स्पष्ट निर्देश जारी किये जा चुके हैं. हमारी टीम उसे क्रॉस चेक भी कर रही है. प्लेटलेट्स को लेकर हम लगातार जागरूक करने का काम कर रहे हैं. लोगों के बीच जागरूकता फैलायी जा रही है कि 20000 से नीचे आने पर खतरा है.