एलएंडटी ने जलजमाव से पल्ला झाड़ा, कहा-अधिक वर्षा जिम्मेदार

पटना : शहर में हुए अभूतपूर्व जलजमाव को लेकर जिम्मेदार ठहरायी जा रही एलएंडटी ने अपना पल्ला झाड़ लिया है. शहर में नमामि गंगे के तहत राजेंद्र नगर व बेऊर इलाके में ड्रेनेज-सिवरेज प्रोजेक्ट नेटवर्क पर काम कर रही इस कंपनी ने कहा कि अधिक बारिश होने की वजह से जलजमाव की समस्या बनी. इसमें […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 20, 2019 5:15 AM

पटना : शहर में हुए अभूतपूर्व जलजमाव को लेकर जिम्मेदार ठहरायी जा रही एलएंडटी ने अपना पल्ला झाड़ लिया है. शहर में नमामि गंगे के तहत राजेंद्र नगर व बेऊर इलाके में ड्रेनेज-सिवरेज प्रोजेक्ट नेटवर्क पर काम कर रही इस कंपनी ने कहा कि अधिक बारिश होने की वजह से जलजमाव की समस्या बनी.

इसमें एलएंडटी कहीं से दोषी नहीं है. सरकार ने हमें जलजमाव का दोषी मानते हुए आठ अक्तूबर को स्पष्टीकरण पूछा था, जिसका जवाब 14 अक्तूबर को दे दिया गया. शनिवार को एलएंडटी के प्रोजेक्ट मैनेजर बीपी रघुवंशी ने संवाददाता सम्मेलन में कहा कि शहरवासी जलजमाव को लेकर एलएंडटी को भी दोषी ठहरा रहे थे. पब्लिक दबाव में हमसे स्पष्टीकरण पूछा गया, जिसका निर्धारित समय पर जवाब दे दिया है.
कंकड़बाग में नहीं काम कर रही थी कंपनी
कंकड़बाग में एलएंडटी काम नहीं कर रही है. इसके बावजूद कंकड़बाग में जलजमाव की समस्या बनी थी. यह समस्या तीन दिनों में अधिक बारिश होने की वजह से बनी. उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव व मॉनसून शुरू होते ही विभागीय निर्देश पर निर्माण कार्य रोक दिया गया था.
सिर्फ गलियों में छोटे-छोटे निर्माण कार्य व हाउस कनेक्शन का कार्य किया गया. इस दौरान किसी पुराने नाले या स्ट्रक्चर को ध्वस्त नहीं किया गया है. बुडको से किये एग्रीमेंट की एक-एक सेवा-शर्त का पालन करते हुए काम कर रहे हैं. बीपी रघुवंशी ने कहा कि जून-जुलाई में भी बारिश हुई. इस दौरान जलजमाव की समस्या नहीं हुई. लेकिन, तीन दिनों में 324 एमएम बारिश होने से समस्या गहरा गयी.
जलजमाव से पीड़ित लोगों ने किया हंगामा
पटना जल निकासी आपदा पीड़ित मंच
के लोगों ने मीडिया के नाम पर
एलएंडटी के संवाददाता सम्मेलन में घुस गये. जैसे ही प्रोजेक्ट मैनेजर ने संवाददाता को संबोधित करना शुरू किया, वैसे ही मंच के संयोजक दिलजीत खन्ना ने हाथ में पोस्टर लेकर हंगामा और नारेबाजी शुरू कर दी. फिर, एलएंडटी के कर्मियों ने हंगामा कर रहे लोगों को बाहर निकला.

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