पटना : मार्च, 2020 के बाद रिटायर्ड होने वाले कर्मियों की नहीं होगी कोई सर्विस बुक

एचआरएमएस प्रणाली शुरू करेगी सरकार पटना : नये वित्तीय वर्ष 2020-21 से सरकारी कर्मियों के सर्विस बुक की कागजी पद्धति समाप्त होने जा रही है. मार्च 2020 तक या इससे पहले रिटायर्ड होने वाले कर्मियों के सेवा काल का विवरण या पूरा लेखा-जोखा ही सर्विस बुक में मौजूद होगा. इसके बाद रिटायर्ड होने वाले कर्मियों […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | October 26, 2019 8:58 AM
एचआरएमएस प्रणाली शुरू करेगी सरकार
पटना : नये वित्तीय वर्ष 2020-21 से सरकारी कर्मियों के सर्विस बुक की कागजी पद्धति समाप्त होने जा रही है. मार्च 2020 तक या इससे पहले रिटायर्ड होने वाले कर्मियों के सेवा काल का विवरण या पूरा लेखा-जोखा ही सर्विस बुक में मौजूद होगा. इसके बाद रिटायर्ड होने वाले कर्मियों के सेवाकाल का लेखा-जोखा ऑनलाइन होने जा रहा है. वित्त और सामान्य प्रशासन विभाग इसके लिए मानव संसाधन प्रबंधन प्रणाली (एचआरएमएस) नाम की नयी व्यवस्था शुरू करने जा रहा है.
इसके तहत सभी सरकारी कर्मचारियों के सर्विस बुक से लेकर अन्य सभी जानकारी ऑनलाइन मौजूद रहेगी. बस एक क्लिक करके किसी स्तर के कर्मी की पूरी जानकारी आसानी से देखी जा सकती है. इस प्रणाली को तैयार करने की प्रक्रिया शुरू हो गयी है और नये वित्तीय वर्ष से इसे लागू कर देना है. राज्य सरकार अपने तमाम कामकाज को ऑनलाइन करते हुए पेपरलेस बनाने की मुहिम के अंतर्गत यह पहल की जा रही है. इसके मद्देनजर सामान्य प्रशासन विभाग ने सभी विभागों को अपने यहां तैनात सभी सरकारी सेवकों की सेवा पुस्तिका को 15 नवंबर तक अपडेट कर लेने का निर्देश दिया है ताकि इसे निर्धारित समय पर एचआरएमएस पर अपलोड किया जा सके. इसके बाद 25 नवंबर से जिला स्तर पर कैंप लगाकर सभी कर्मियों के सर्विस बुक को स्कैन कर डाटा को एकत्र करने की प्रक्रिया शुरू की जायेगी.
इस काम को सभी विभागों को प्राथमिकता के आधार पर पूरी मुस्तैदी से करने के लिए कहा गया है. सभी कर्मियों के पद, संवर्ग, ग्रेड-पे, वेतन स्तर समेत तमाम जानकारी मुहैया करानी है. इसमें कई जानकारी संबंधित दस्तावेज को स्कैन करके भी अपलोड की जायेगी. अगर किन्हीं कर्मी पर उनके सेवाकाल के दौरान कोई विभागीय कार्रवाई हुई है, तो उसका उल्लेख भी इसमें रहेगा.
इस प्रणाली के लागू होने के बाद सभी कर्मियों को एक यूनिक आइडी और पासवर्ड दिया जायेगा ताकि वे भी अपनी डिजिटल सर्विस बुक को कभी भी देख सकते हैं. सभी कर्मियों का पूरा लेखा-जोखा डिजिटल होने से सर्विस बुक के फटने या गुम होने जैसी कोई समस्या नहीं रहेगी. इसमें किसी तरह के बदलाव या छेड़छाड़ की गुंजाइश भी समाप्त हो जायेगी.

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